एमपीपीएससी: 89 घंटे के बाद आंदोलन खत्म,छात्रों की मांगों पर सहमति


इंदौर/भोपाल(जप कुमार)।मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के सामने छात्रों का प्रदर्शन रविवार 22 दिसंबर की अल सुबह को खत्म हो गया है।इंदौर के कलेक्टर ने नाराज छात्रों से बातचीत की और कई मुद्दों पर सहमति बनाई गई।इसके बाद करीब 89 घंटे से चल रहे प्रदर्शन को खत्म करने पर छात्र राजी हुए. इस धरना-प्रदर्शन में राज्य के 2 हजार से अधिक छात्र शामिल हुए थे।छात्रों ने रविवार को ही दोपहर में छात्रों का प्रतिनिधि मंडल सीएम डॉ. मोहन यादव से मिला।छात्रों की मांगों पर सहमति बन गई है।

रविवार सुबह 5 बजे मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के अभ्यर्थियों का चार दिन चला धरना-प्रदर्शन समाप्त हो गया।सुबह करीब 3 बजे इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह और प्रशासन के अन्य अधिकारी धरना स्थल पर पहुंचे।करीब 2 से ढाई घंटे चर्चा के बाद छात्रों का अनशन खत्म कराया।हालाकि देर रात मुख्यालय के बाहर भारी पुलिस बल को देखकर छात्र सकते में आ गए।लेकिन कुछ देर बाद जब कलेक्टर आशीष सिंह मौके पर पहुंचे ओर उन्होंने भरोसा दिलाया कि उनकी कुछ मांगों पर आयोग ने सहमति जताई है ओर कोर्ट में विचाराधीन मामलों पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।तब छात्रों ने अपने अनशन ओर विरोध प्रदर्शन को खत्म किया।इस दौरान सीएम से मिलने भी छात्रों का दल रवाना हुआ।दोपहर में छात्रों का प्रतिनिधि मंडल सीएम डॉ. मोहन यादव से मिला। छात्रों की मांगों पर सहमति बन गई है।
आपको बता दे कि पांच सूत्रीय मांगों को लेकर एमपीपीएससी के करीब 2 हजार से अधिक छात्र पिछले चार दिनों से आयोग मुख्यालय के बाहर धरना दे रहे थे। कड़कड़ाती ठंड के बीच प्रदर्शन के दौरान गुरुवार से दो अभ्यर्थी अरविंद भदौरिया ओर राधे जाट आमरण अनशन पर बैठे हुए थे। शनिवार को उन मेसे अरविंद सिंह भदौरिया की हालत शनिवार को बिगड़ गई। उन्हें ड्रीप चढ़ाई गई। प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों को नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने समर्थन दिया और सरकार से इनकी मांग पूरी करने की मांग की।