इस छोर अँधेरा है ,उस छोर दिवाली है
जब दीपावली के दुसरे दिन आपके घर अखबार न आये तब इस आलेख को बार-बार पढ़िए । दीपावली पर आप सभीको हार्दिक शुभकामनायें देते हुए मै गदगद हूँ क्योंकि इस त्यौहार पर मुझे देश में चौतरफा इतनी जगमग दिखाई दे रही है कि दिल बाग़-बाग़ है । इस रौशनी में भूख-गरीबी,बेरोजगारी,हिंसा,के तमाम अंधेरे नजर ही नहीं आ रही । वे 85 करोड़ लोग भी नजर नहीं आ रहे हैं जो सरकार की अनुकम्पा से पांच किलो अनाज पाकर जिन्दा हैं और अपनी दीपावली मना रहे हैं। दीपावली पर सरकार अपने चारों तरफ का अंधकार तिरोहित करने के लिए कितने ठठकर्म कर रही है । उस सरजू के तट पर उत्तरप्रदेश की उत्तरदायी सरकार ने इतनी जगमग कर दिखाई जितनी राजाराम के 14 साल के वनवास से लवटने पार खड़ाऊ राज चलाने वाले महाराज भरत भी नहीं करा पाए होंगे । सरकार ने 28 लाख दीपक जलाकर एक बार फिर नया विश्व रिकार्ड कायम कर दिखाया। उत्तरप्रदेश में उन्हीं माननीय योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार है जो ' बांटोगे तो काटोगे ' का नारा देकर ' करो या मरो ' की नकल कर रहे हैं। मुझे लगता है कि आजादी से पहले यदि महात्मा योगी होते तो वे ' करो