भगवान कृष्ण– सुदामा की मित्रता ने समाज को बताया मित्रता का महत्व –डा दीक्षित

ग्वालियर।ग्वालियर के शासकीय संभागीय आई टी आई  में जन्माष्टमी का पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया।इस दौरान मुख्य अतिथि डा के के दीक्षित नेमित्रता पर व्याख्यान देते हुए भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा के मित्रता का मार्मिक वर्णन कर, मित्र धर्म को कैसे निभाया जाता है समझाया।
       संस्था में सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं व्याख्यान के कार्यक्रम,  अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर भगवान श्रीकृष्ण के पूजन के साथ प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित डॉ के के दीक्षित पूर्व अध्यक्ष बाल कल्याण समिति जिला ग्वालियर  द्वारा अपने उद्बोधन में कहा कि, भगवान कृष्ण – सुदामा की मित्रता, कलयुगी समाज मे भी महत्व रखती और समाज का मार्गदर्शन करती है। मित्रता पर व्याख्यान देते हुए भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा के मित्रता का मार्मिक वर्णन कर, मित्र धर्म को कैसे निभाया जाता है समझाया।
      श्री आर के शर्मा प्रशिक्षण अधीक्षक द्वारा भगवान श्री कृष्ण के द्वारा दी गयी शिक्षा पर प्रकाश डालते हुए उसका अनुसरण करने की बात कही। श्री मनोज निगम प्रशिक्षण अधिकारी द्वारा कर्म ही पूजा है और इसे अपने जीवन में हमेशा सौ प्रतिशत देना चाहिए एसे उदगार व्यक्त किये | कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि श्री जे पी सिंघल भारतीय योग संस्थान के वरिष्ठ योग प्रशिक्षक मध्यप्रदेश प्रान्त ने श्री कृष्ण द्वारा अर्जुन को गीता में दिए गये ज्ञान का विस्तृत वर्णन करते हुए पतंजलि के अष्टांग योग योग में यम नियम आसन प्राणायाम, प्रत्याहार,धारना ध्यान समाधी के माध्यम से चित्त की वृत्तियों का निरोध कर समाज में फैली विकृति को दूर किया जा सकता है।
     कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य श्री एम के आर्य ने आभार व्यक्त कर अतिथियों का एवम उपस्थिति जनों  का धन्यवाद किया।कार्यक्रम का संचालन विजय साद ने किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा के के दीक्षित पूर्व अध्यक्ष बाल कल्याण समिति जिला ग्वालियर,विशिष्ट अतिथि जे पी सिंघल वरिष्ठ योग प्रशिक्षक, भारतीय योग संस्थान, आर के शर्मा प्रशिक्षण अधीक्षक, अध्यक्षता एम के आर्य प्राचार्य थे।इस दौरान स्टाफ और स्टुडेंट्स उपस्थिति रहे।

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