परिवार के 8 लोगों की कुल्हाड़ी मार कर हत्या खुद आत्महत्या की,मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश

छिंदवाड़ा। जिले के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के थाना माहुलझिर अंतर्गत ग्राम बोदल कछार में एक आदिवासी परिवार में 8 लोगों की कुल्हाड़ी मार कर सामुहिक हत्या परिवार के मुखिया ने कर खुद आत्महत्या कर ली। हत्या करने का कारण पता नही चल सका है।इस मामले में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने दुःख व्यक्त किया और कहा कि घटना की जांच कराएंगे। 

यह दिल दहला देने वाली यह वारदात थाना माहुलझिर अंतर्गत ग्राम बोदल कछार की है। मिली जानकारी के मुताबिक घर के मुखिया ने अपनी मां, पिता, भाई, पत्नी और बच्चों की हत्या की है ओर खुद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।घटना रात करीब 3 बजे की है।जानकारी के मुताबिक छिंदवाड़ा जिले के आदिवासी परिवार के 26 वर्षीय दिनेश उर्फ भूरा सरयाम मानसिक रूप से बीमार था।।पुलिस के मुताबिक आरोपी की शादी बीते 21 मई को हुई थी और सबसे पहले उसने पत्नी को ही मौत के घाट उतारा। आरोपी ने वर्षा बाई (23), आरोपी की पत्नी,सियाबाई सुइयाम (55), मां,पार्वती सुइयाम (16), बहन,श्रवण सुइयाम (35), भाई,बारातो बाई (30), भाभी ,कृष्ण सुइयाम (5), भतीजा, सेवंती सुइयाम (4), भतीजी, दीपा सुइयाम (डेढ़ साल), भतीजी को कुल्हाड़ी मार के मौत के घाट उतार दिया पुलिस ने घटनास्थल से कुल्हाड़ी भी बरामद कर ली है।इतना ही नहीं आरोपी ने ताऊ के घर जाकर उनके 10 साल के पोते पर भी हमला किया। बच्चे का जबड़ा कट गया। शोर सुनकर परिजन मौके पर पहुंचे। आरोपी भाग निकला।


छिंदवाड़ा में हुई घटना पर मुख्यमंत्री ने दिये जांच के दिए निर्देश, मौके पर मंत्री श्रीमती संपतिया उइके को भेजा

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि यह घटना दु:खद है, ऐसी घटना सभी को झकझोर देती है. दु:ख की इस घड़ी में मैं प्रभावित परिवार के साथ हूं। इस घटना की जांच कराएंगे। 

मंत्री श्रीमती संपतिया उइके जी को छिंदवाड़ा जाने के लिए कहा है। संपतिया उइके जी वहां जाकर बचे हुए परिवार के लोगों से मिलेंगी।प्रारंभिक जांच में नवयुवक मानसिक रूप से विक्षिप्त बताया गया है। मुझे इस बात का बहुत दु:ख है. शोक की इस घड़ी में सरकार मदद करेगी।



Popular posts from this blog

मूक बधिरों का राज्य स्तरीय विधिक अधिकारों पर संगोष्ठी

महिला जूनियर डॉक्टर के साथ... विडियो सामने आया,न्याय की उम्मीद

कमलाराजा अस्पताल में पीडियाट्रिक आईसीयू शुरू ,गंभीर रूप से बीमार बच्चों को मिलेगी अत्याधुनिक इलाज की सुविधा