विमुक्त घुमन्तु एवं अर्द्धघुमन्तु जातियों के चिन्हांकान के लिये शिविर लगाये जाये
भोपाल। विमुक्त घुमन्तु एवं अर्द्धघुमन्तु जातियों का चिन्हांकन करने के लिये शिविर लगाये जाये। पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण एवं विमुक्त घुमन्तु और अर्द्धघुमन्तु कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती कृष्णा गौर ने विभागीय अधिकारियों को यह निर्देश दिये। राज्यमंत्री श्रीमती गौर सोमवार को मंत्रालय में आयोजित बैठक में विभागीय योजनाओं की समीक्षा कर रही थीं।
राज्यमंत्री श्रीमती गौर ने कहा कि विमुक्त घुमन्तु और अर्द्धघुमन्तु जातियों के कल्याण के लिये योजनाओं और कार्यक्रमों के निर्माण तथा क्रियान्वयन के लिये आवश्यक है कि प्रदेश में निवासरत विमुक्त घुमन्तु और अर्द्धघुमन्तु जातियों का चिन्हांकन किया जाये। शिविर आयोजित कर जातियों के चिन्हांकन का कार्य करें। घुमन्तु समुदाय के परिवारों के लिये सुरक्षित आवास, स्वच्छ पेयजल, शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवास्था जैसी बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये।
राज्यमंत्री मंत्री श्रीमती गौर ने प्रदेश के पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं के छात्रावास में आवश्यक व्यवास्थओं को भी सुनिश्चित करने के लिये कहा। उन्होंने कहा कि छात्रावास में छात्र-छात्राओं द्वारा मेस सुविधा देने की मांग की गई है। इस संबंध में विभाग प्रस्ताव तैयार करें। छात्रावासों में पुस्तकालय, वाईफाई, सौलर पैनल, गीजर और जिम की व्यवस्था करने के लिये भी अधिकारियों से कहा। उन्होंने कहा कि संभागीय मुख्यालयों पर पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं को 500 सीटर छात्रावासों के निर्माण की कार्य योजना बनाने को भी कहा। बैठक में अपर मुख्य सचिव पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक, विमुक्त घुमन्तु और अर्द्धघुमन्तु कल्याण, श्री अजीत केसरी, सचिव पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक, विमुक्त घुमन्तु और अर्द्धघुमन्तु कल्याण श्री स्वतंत्र कुमार सिंह, संचालक विमुक्त घुमन्तु और अर्द्धघुमन्तु कल्याण श्री नीरज वशिष्ट उपस्थित थे।
बैठक में उप संचालक विमुक्त घुमन्तु एवं अर्द्धघुमन्तु कल्याण श्रीमती दीप्ति कोटस्थाने ने विमुक्त घुमन्तु और अर्द्धघुमन्तु के लिए संचालित योजनाओं पर प्रजेंनटेंशन दिया।