मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के बारे में बहनों तक पहुँचे जानकारी
भोपाल।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना-2023 की जानकारी प्रदेश की सभी बहनों को प्राप्त हो, इसके लिए योजना के शुभारंभ के पूर्व ही आवश्यक वातावरण बनाया जाए। भोपाल में होने वाले गरिमामय शुभारंभ कार्यक्रम का प्रसारण पंचायत स्तर तक और शहरी क्षेत्रों में किया जाए, जिससे योजना की पूरी जानकारी बहनों को मिले और वे इसका लाभ उठाने के लिए जागरूक बनें। सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी महिला सशक्तिकरण और मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना पर केंद्रित हों।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज समत्व भवन के मंथन कक्ष में 5 मार्च को राजधानी में लांच की जा रही मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के शुभारंभ कार्यक्रम के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विचार -विमर्श कर रहे थे। मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शुभारंभ कार्यक्रम में योजना की हकदार बहनों की बड़े पैमाने पर भागीदारी के साथ महिला शौर्या दल, स्व-सहायता समूह, जन अभियान परिषद से जुड़ी बहनें और महिला जन-प्रतिनिधि अवश्य शामिल हों।
योजना के संबंध में शिक्षित करने सार्वजनिक मंच पर प्रपत्र भरा जाएगा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि योजना के लिए आवेदन प्रपत्र भरने की प्रक्रिया से बहनों को अवगत करवाने के लिए सार्वजनिक मंच पर प्रपत्र भरने का प्रदर्शन किया जाए। उपस्थित बहनों की शंकाओं का समाधान भी किया जाए। बहनों को यह बताते हुए कि प्रपत्र भरने की प्रक्रिया सरल है, उनका पूरा मार्गदर्शन किया जाए।
राज्य स्तरीय कार्यक्रम के लिए चल रही व्यापक तैयारियाँ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शुभारंभ कार्यक्रम की तैयारियों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होने वाली बहनों के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं को पूरा करने के निर्देश दिए। प्रेजेंटेशन में बताया गया कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की थीम पर एक गीत भी लाँच किया जाएगा। महिला सशक्तिकरण पर लघु फिल्म भी प्रदर्शित की जायेगी। योजना के ब्रोशर के विमोचन के साथ ही योजना के पोर्टल और एप का शुभारंभ भी होगा। महिला-बाल विकास, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, नगरीय विकास एवं आवास, जनसम्पर्क और अन्य विभाग समन्वय के साथ राज्य स्तरीय कार्यक्रम के लिए सक्रियता से जुटे हैं। कार्यक्रम स्थल जम्बूरी मैदान भोपाल में लगभग एक लाख बहनों की भागीदारी को ध्यान में रखते हुए जरूरी तैयारियाँ की जा रही हैं।