डॉ अविनाश शर्मा न्यूरोसर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष बने, बेहतर इलाज के साथ अंतराष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञ डॉक्टर देना हमारी प्राथमिकता--डॉ अविनाश शर्मा
ग्वालियर(मनीष नायक)।गजराराजा मेडिकल कालेज में डॉ अविनाश शर्मा न्यूरोसर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष बने। उन्होंने 30 अगस्त को डॉ एसएन अयंगर के सेवा निवृत्त होने के बाद विभागाध्यक्ष का कार्यभार संभाल लिया। मध्यप्रदेश के सबसे पहले व सबसे बड़े न्यूरोसर्जरी विभाग के वे पांचवे विभागाध्यक्ष हैं। इनके पूर्व डॉ आरएस धारकर, डॉ आरएल अग्रवाल,डॉ एनडी वैश्य, डॉ एसएन अयंगर विभागाध्यक्ष रह चुके हैं।
जिस मेडिकल कॉलेज में पढ़े,वहीं के विभागाध्यक्ष बने
न्यूरोसर्जरी रोग विशेषज्ञ डॉ अविनाश शर्मा जिस मेडिकल कॉलेज में पढ़े,वहीं के विभागाध्यक्ष बने।
डॉ अविनाश शर्मा सर जीआर मेडिकल कॉलेज में 1994 बैच के हैं। इन्होंने 1999 में जीआर मेडिकल कॉलेज से ही एमएस सर्जरी स्पेशलाइजेशन कोर्स किया। इसके बाद 2004 में एमसीएच न्यूरोसर्जरी से कर सुपरस्पेशलिटी कोर्स की डिग्री हासिल की। 2005 में जीआर मेडिकल कॉलेज के ही न्यूरोसर्जरी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर चयन हुआ। इसके बाद 2013 में एसोसिएट प्रोफ़ेसर के पद पर पदोन्नति हुई। 2018 में प्रोफ़ेसर डेजिगनेट हुये और 30 अगस्त 2022 को न्यूरोसर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष बने।
बेहतर इलाज के साथ अंतराष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञ डॉक्टर देना हमारी प्राथमिकता--डॉ अविनाश शर्मा
न्यूरोसर्जरी विशेषज्ञ डॉ अविनाश शर्मा ने विभागध्यक्ष का पद भार संभालने के बाद कहा कि वे अपने चिकित्सक गुरु के पद चिन्हों पर चलते रहेंगे। उनका प्रयास न्यूरोसर्जरी विभाग को अंतर्राष्ट्रीय- स्तर की चिकित्सा सुविधा तक ले जाने का रहेगा। मरीजों के बेहतर इलाज के साथ- साथ अंतराष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञ डॉक्टर देना भी हमारी प्राथमिकता रहेगी।
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का दर्जा है न्यूरोसर्जरी विभाग को
जीआर मेडिकल कॉलेज में न्यूरोसर्जरी विभाग में एमसीएच की 8 सीट हैं।इस तरह यहां से हर साल 8 न्यूरोसर्जरी विशेषज्ञ डॉक्टर निकलते हैं। साथ ही ये प्रदेश का सबसे पुराना न्यूरोसर्जरी विभाग है। इस विभाग को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का दर्जा भी मिला हुआ है।