Posts

Showing posts from May, 2021

कलेक्टर श्री सिंह ने की जिलेवासियों से अपील कोरोना की चेन न बनने दें, सभी लोग जिम्मेदार नागरिक का परिचय देकर करें कोरोना गाइड लाइन का पालन

Image
  ग्वालियर/कलेक्टर  कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने जिलेवासियों से अपील की है कि कल यानि एक जून से जनता कोरोना कर्फ्यू में छूट दी जा रही। इस दौरान सभी लोग पूरी गंभीरता के साथ कोरोना गाइड लाइन का पालन करें। उन्होंने अपनी अपील में कहा है कि पिछले दिनों ग्वालियर जिले ने भी बड़े संकट का सामना किया है। अभी  कोरोना संक्रमण कम जरूर हुआ है, पर वायरस अभी भी मौजूद है। इसलिए हम सभी कोरोना गाइड लाइन का पालन कर कोविड-19 संक्रमण की चेन न बनने दें, जिससे जिले में तीसरी लहर की नौबत न आये। श्री सिंह ने जिले के नागरिकों से अपील की है कि बहुत आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलें। बार-बार बाजार न जाएँ, जो सामान लेना हो उसे एक बार में ही लेकर आएं। साथ ही कहा कि बिना मास्क लगाए घर से कदापि न निकलें। दो ग़ज़ की दूरी बनाए रखें और अपने हाथों को साबुन व सेनेटाइजर से लगातार साफ करते रहें। कलेक्टर ने दुकानदारों से भी अपील की है कि क्राइसेस मैनेजमेंट ग्रुप के निर्णय के पालन में धारा-144 के तहत जारी किए गए आदेश के अनुसार बारी आने पर अपनी दुकान खोलें। स्वयं मास्क लगाएँ और ग्राहकों से भी लगवाएँ, जो ग्राहक मास्क न लगाएँ उन्हें

ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने की जिलेवासियों से अपील कोरोना गाइडहमारी करें पालन, थोड़ी सी लापरवाही परिवार के लिए बड़ा संकट बन सकती है

Image
  ग्वालियर।प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एवं जिले के कोविड प्रभारी मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने जिले वासियों से अपील की है कि कोरोना कर्फ्यू में ढील के दौरान कोरोना गाइड लाइन का पूरी तरह पालन करें। उन्होंने अपील की है कि हमारी थोड़ी सी भी लापरवाही स्वयं और परिवार के लिए बड़ा संकट खड़ा कर सकती है। उन्होंने सभी से अपील की है कि  बाजार जाते समय मास्क लगाएँ, निश्चित दूरी बनाए रखें और कोरोना गाइड लाइन के अन्य बिंदुओं का पालन करें। श्री तोमर ने बताया कि क्राइसेस मैनेजमेंट ग्रुप के निर्णय के अनुसार ग्वालियर शहर के बाजार में  सड़क के एक ओर की दुकानें एक दिन और दूसरे ओर की दुकानें अगले दिन खुलेंगीं। हर चौथे-पाँचवे दिन समीक्षा होगी और संक्रमण कम होने पर पूरे बाजार खोलने के संबंध में निर्णय लिया जाएगा।

आत्मनिर्भर भारत की मिसाल बनीं ग्वालियर जिले की ग्रामीण महिलाएँ 2348 महिलाएं बनी लखपति क्लब की सदस्य

Image
  ग्वालियर / वैश्विक महामारी कोरोना संकट के बाबजूद ग्वालियर जिले की ग्रामीण महिलाओं ने आत्मनिर्भरता की नई इबारत लिखी है। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत बने स्व-सहायता समूहों से जुड़ीं जिले की 2 हजार 348 ग्रामीण महिलाएं विभिन्न आर्थिक गतिविधियों के जरिए हर महीने 10 हजार रूपए से अधिक कमा रही हैं। इस प्रकार साल भर की आमदनी के आधार पर ये महिलाएं लखपति क्लब में शामिल हो गई हैं। ग्वालियर जिले की ये ग्रामीण महिलाएं आत्मनिर्भर भारत की मिशल बन गई हैं।  स्व-सहायता समूहों के जरिए मिली आर्थिक मदद से ग्रामीण महिलाएं गारमेंट सेक्टर, मास्क, सेनेटाइजर व पीपीई किट निर्माण, सेनेट्री नेपकिन यूनिट, कालीन व आर्टिफिशियल ज्वैलरी, साबुन, हैण्डवॉश व वॉशिंग पाउडर, व्यवसायिक सब्जी मसलन मशरूम व अन्य सब्जियाँ मसाला उत्पादन, फूलों की खेती, झाडू, दौना-पत्तल निर्माण, अचार व पापड़ उत्पादन, डेयरी, मछली पालन व बकरी पालन जैसी आर्थिक गतिविधियां सफलतापूर्वक चलाकर आत्मनिर्भर बन गई हैं। गारमेंट सेक्टर से लगभग 1200 परिवार, व्यवसायिक सब्जी से 219 परिवार, उन्नत खेती से 850 परिवार, आर्टिफिशियल ज्वैलरी निर्माण से 170 परिवार, ड

मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग में स्वीकार की पत्र याचिका, होम आइसोलेशन के करोना मरीजो को नगर निगम के कचरा वाहन से दवाईया बॉटने पर विधी छात्र एवं युवा कांग्रेस प्रवक्ता जयेश गुरनानी ने दायर की थी याचिका

इंदौर/ विगत दिनों इंदौर नगर निगम का एक बड़ा कुकृत्य उजागर हुआ था, निगम के अधिकारी  कचरा गाड़ी के माध्यम से होम आइसोलेशन में रह रहे  करोना मरीजों को  दवाइयों की किट उपलब्ध करा रहे थे  उक्त  कृत्य के संबंध में  विभिन्न समाचार पत्रो के माध्यम से प्रकाशित  हुई थी। जब आला अधिकारियों से पूछा गया कि आखिर कचरा गाड़ी में संजीवनी मरीजों तक क्यों पहुंचाई जा रही है तो वह निरुत्तर निकले तथा सवाल को टालते दिखे। वाहन क्रमांक एमपी-09-जीजी-9497 जो कि जोन क्रमांक-2 का कचरा साफ करने में इस्तेमाल किया जाता है उस वाहन से निगम द्वारा होम आइसोलेशन के मरीजों को संजीवनी बाटी जा रही थी। उक्त लापरवाही  के संबंध में विधि छात्र तथा मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के प्रवक्ता श्री जयेश गुरनानी ने मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग में  याचिका दायर करके मुख्य रूप मामले की जांच करने तथा जिन भी अधिकारियों द्वारा यह लापरवाही की गई थी उनके विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध किये जाने  तथा पीड़ित हुए सभी नागरिकों को नगर निगम से  मुआवजा देने की मांग की थी । मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग द्वारा उक्त याचिका की प्रारंभिक जांच कर याचिका स्वीकार करते

ऑक्सीजन एक्सप्रेस द्वारा दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में पहुंचाई गई तरल चिकित्सा ऑक्सीजन की आपूर्ति 7500 मीट्रिक टन से अधिक हुई ऑक्सीजन एक्सप्रेस ने देश भर में 21939 मीट्रिक टन से अधिक तरल चिकित्सा ऑक्सीजन की आपूर्ति की है

Image
  दिल्ली (पूजा भट्ट )। सभी बाधाओं को पार करते हुए और नए समाधान खोजने के लिए, भारतीय रेलवे देश भर के विभिन्न राज्यों में तरल चिकित्सा ऑक्सीजन (एलएमओ) पहुंचाकर राहत प्रदान करने की अपनी यात्रा जारी रखे हुए है। अब तक, भारतीय रेलवे ने देश भर के विभिन्न राज्यों में 1304 से अधिक टैंकरों में 21939 मीट्रिक टन से अधिक तरल चिकित्सा ऑक्सीजन की आपूर्ति की है। उल्लेखनीय है कि 321 ऑक्सीजन एक्सप्रेस ने अब तक अपनी यात्रा पूरी कर विभिन्न राज्यों को राहत प्रदान की है। इस विज्ञप्ति को तैयार करने के समय तक, 46 टैंकरों में 827 मीट्रिक टन से अधिक तरल चिकित्सा ऑक्सीजन के साथ 11 लोडेड ऑक्सीजन एक्सप्रेस अपनी यात्रा के दौरान रास्ते में थी। कर्नाटक, तमिलनाडु और हरियाणा प्रत्येक राज्य में तरल चिकित्सा ऑक्सीजन (एलएमओ) की आपूर्ति 2000 मीट्रिक टन को पार कर गई। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना राज्य के लिए तरल चिकित्सा ऑक्सीजन (एलएमओ) की आपूर्ति क्रमशः 1800 मीट्रिक टन और 1900 मीट्रिक टन को पार कर गई। गौरतलब है कि ऑक्सीजन एक्सप्रेस ने 37 दिन पहले 24 अप्रैल को महाराष्ट्र में 126 मीट्रिक टन के साथ अपनी आपूर्ति शुरू की थी। यह भार

लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे ने अंडमान और निकोबार कमांड की कमान छोड़ी

 दिल्ली (पूजा भट्ट )। अंडमान   और   निकोबार   कमांड   के 15वें   कमांडर-इन-चीफ (सीआईएनसीएएन) लेफ्टिनेंट   जनरल   मनोज   पांडे   ने   पूर्वी   सेना   कमान   के   जनरल   ऑफिसर   कमांडिंग-इन-चीफ   के   रूप   में   अपनी   नियुक्ति   के   बाद 31 मई 2021 को   सशस्त्र   बलों   की   एकमात्र   त्रि-सेवा   संचालन   कमांड   की   कमान   छोड़   दी   है।   उनकी   नई   नियुक्ति   पहली   जून 2021 से   प्रभावी   होगी।   कमान   छोड़ने   की   पूर्व   संध्या   पर,सीआईएनसीएएन   ने   अंडमान   और   निकोबार   द्वीप   समूह   के   उपराज्यपाल   एडमिरल   डीके   जोशी (सेवानिवृत्त) को   विदाई   देने   तथा   अंडमान   और   निकोबार   कमांड (एएनसी) में   अपने   कार्यकाल   के   दौरान   समर्थन   तथा   सहयोग   का   आभार   व्यक्त   करने   के   लिए   आमंत्रित   किया।   इस   दौरान   केंद्र   शासित   प्रदेश   के   प्रशासन   को   भी   बुलाया   गया।   उन्होंने   उपराज्यपाल   को   आश्वासन   दिया   कि, एएनसी   जरूरत   पड़ने   पर   केंद्र   शासित   प्रदेश   प्रशासन   को   अपनी   सहायता   देना   जारी   रखेगी। अपने   विदाई   भाषण  

जब तुलसी ने सुदर्शन को चुप कर दिया, संजय शुक्ला और सुदर्शन एक दूसरे से उलझे क्राईसेस की बैठक में

इंदौर। आज क्राईसेस कमेटी की बैठक में उस वक्त माहौल गर्म हो गया जब विधायक संजय शुक्ला अपनी बात रख रहे थें ।शुक्ला ने शहर खोलने की बात पर अपने विचारों को रखते हुए प्रशासन पर आरोप लगाया कि जहाँ एक तरफ वेक्सिन सेंट्रर ज्यादा से ज्यादा खोलने की बात कर रहे है वही दूसरी और मेरी विधानसभा में कई सेंटरों को बंद कर दिया। जिसमें एक सेंटर मैंने बाणगंगा में अपने घर के सामने खुलवाया था और वहाँ पर वैक्सीन लगवाने वालों के लिए जूस पानी छाछ कूलर सब व्यवस्था की थी लेकिन चार दिन पहले उसे बंद कर दिया गया। इस पर सुदर्शन गुप्ता बीच मे बोल पड़े की वेक्सिन सेंटर किसी के घर मे नही खोले जाने चाहिए और प्रशासन ने अच्छा किया बंद करवा कर,इस पर शुक्ला ने कहा कि गुप्ता जी मेरे घर पर नही खुला था वेक्सिन सेंटर। बल्कि मेरे घर के सामने खुला था थोड़ा बड़ा दिल रखो, गुप्ता ने भी अपना आपा खो दिया और दोनों के बीच गरमागरम बहस होने लगी । इस बीच मे जीतू पटवारी और विशाल पटेल भी शुक्ला के समर्थन में बोलने आगे आ गए,मामला बढ़ता देख प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने सुदर्शन गुप्ता को चुप रहने का बोलते हुए कहा कि ये समय राजनीति का नही है अगर व

वज्र कवच के जरिए उपयोग के बाद पीपीई एवं मास्क को संक्रमण रहित बनाने और उनके दोबारा उपयोग की सुविधा संभव "पीपीई, एन95 मास्क कुछ ही मिनटों में संक्रमण रहित हो जायेंगे, वायरल लोड में 99.999% की कमी होगी"

Image
 दिल्ली (पूजा भट्ट )। वज्र कवच  नाम का एक उत्पाद हमारे कोरोना योद्धाओं द्वारा उपयोग में लाए जाने वाले उपकरणों से वायरल कणों के संकट को दूर करता है। जी हां ,  मुंबई स्थित स्टार्टअप इंद्रा वाटर द्वारा विकसित यह कीटाणु शोधन प्रणाली व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट) ,  एन 95 मास्क ,  कोट ,  दस्ताने और गाउन से बीमारी पैदा करने वाले सार्स – कोव -2 वायरस के किसी भी संभावित निशान को मिटा देती है। इस प्रकार, यह प्रणाली स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा उपयोग में लाए जाने वाले पीपीई और अन्य सामग्रियों के दोबारा उपयोग को संभव बनाती है। इस प्रकार यह प्रणाली न केवल स्वास्थ्यकर्मियों ,  बल्कि जैव चिकित्सीय अपशिष्ट के उत्पादन में कमी लाकर हमारे पर्यावरण को भी सुरक्षित करने में मदद करती है। यह प्रणाली व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों को अधिक उपलब्ध ,  किफायती और सुलभ भी बना रही है।   "आपकी सामग्री कुछ ही मिनटों में संक्रमण रहित हो जाएगी" जो बात इसे बेहद उपयोगी बनाती है वो यह कि इसके जरिए कीटाणुशोधन का काम कुछ ही मिनटों में हो जाता है। इस प्रणाली का निर्माण मुंबई के भिवंडी स्थित इंद्रा व