अब बाग प्रिंट ने "वोग इटालिया" के डिजिटल एडीशन में स्थान बनाया,स्थानीय लड़कियों ने ही की ब्रांडिंग

धार।धार जिले के स्व-सहायता समूह द्वारा तैयार बाग प्रिंट की साड़ियों को जब स्व-सहायता समूह की लड़कियाँ पहन कर निकली तो समूह की सीता दीदी की फ़ोटो वोग इटालिया (VOGUE ITALIA) के डिजिटल एडिशन में आ गयी। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार की 'एक जिला-एक उत्पाद (ODOP)' योजना में धार जिले के विश्वप्रसिद्ध 'बाग प्रिंट' का चयन किया गया है।


वर्तमान में जिले के बाग एवं कुक्षी विकासखंड में आजीविका मिशन से जुडे़ 8 समूह के 58 सदस्य बाग प्रिंट के कार्य में संलग्न है। प्रिंट का प्रमोशन प्रोड्यूसर कंपनी बनाकर किया जा रहा है। कंपनी को अपराजिता स्वयं-सेवी संगठन द्वारा तकनीकी सहयोग दिया जा रहा है। समूह सदस्यों के परिवार कंपनी के शेयर होल्डर हैं। अब क्लस्टर गतिविधि में कलाकारों को एकसाथ जोड़कर बाग प्रिंट हब का निर्माण भी बाग विकासखण्ड में प्रस्तावित है।


बाग प्रिंट की साड़ी, सलवार सूट, चादर आदि पर विभिन्न डिजाइन को उकेरने में पूरी तरह प्राकृतिक और वनस्पति रंगों का उपयोग किया जाता है। धार जिले के अधिक से अधिक आदिवासी शिल्पकारों को, विशेष रूप से महिला स्व-सहायता समूहों की महिलाओं को, रोजगार उपलब्ध कराने के लिए भारत सरकार की 'स्फूर्ति योजना' के अंतर्गत विशेष क्लस्टर विकास की पौने तीन करोड़ रूपये की परियोजना तैयार कर खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग को प्रस्तुत की गई है। परियोजना के लिये धार जिला प्रशासन द्वारा साढ़े सात हेक्टेयर भूमि आवंटित की गयी है।


उत्पाद की विशेषता


बाग प्रिंट के बाजार एवं विपणन व्यवस्था के लिये आजीविका मिशन के माध्यम से राष्ट्रीय, राज्य एवं जिला स्तरीय स्थानों जैसे दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मुम्बई, ओडिसा, खजुराहो, इंदौर, भोपाल आदि में आयोजित सरस मेला एवं हस्तशिल्प मेला में समूहों की भागीदारी करवाई जा रही है। इससे समूहों के व्यवसाय के साथ स्थानीय बाग प्रिंट को बढ़ावा मिला है। वर्ष 2020-21 में समूह द्वारा नोएडा सरस मेला (उत्तरप्रदेश), जयपुर सरस मेला (राजस्थान), गांधीनगर सरस मेला (गुजरात), खजुराहो सरस मेला (जिला छतरपुर मध्यप्रदेश) एवं भोपाल हाट मेला में भाग लिया गया। दिल्ली में 15 दिवसीय आदि उत्सव में भी विकासखंड बाग एवं कुक्षी से 2 समूह सदस्यों द्वारा भागीदारी की गई। दीपावली पर समूहों द्वारा इंदौर एवं धार में बाग प्रिंट स्टाल लगाकर ढाई लाख रूपये का व्यवसाय किया गया।


बाग प्रिंट के प्रमोशन एवं बाजार व्यवस्था में जिले के 3 आउटलेट जिला पंचायत परिसर, इंदौर नाका एवं मांडव में 'रूपायन' नाम से संचालित है। आजीविका मिशन से जुड़े समूह सदस्यों द्वारा विकासखंड कुक्षी में एक आउटलेट पर विपणन का कार्य किया जा रहा है। स्व-सहायता समूह के लिये रूरल मार्ट प्रमोशन के तहत 2 आउटलेट और प्रस्तावित हैं, जिससे स्थानीय स्तर के उत्पाद के साथ बाग प्रिंट को बढ़ावा दिया जायेगा। ट्रायफेड के माध्यम से स्थानीय हस्तशिल्पियों को नवीन तकनीक एवं बाजार व्यवस्था का प्रशिक्षण दिलाया गया है। इस कार्य से जुड़े परिवारों के युवक-युवतियों को फैशन डिजाइनिंग का प्रशिक्षण दिलवा कर बाग प्रिन्ट कला को एक नया आयाम देने की भी योजना है।


मार्केट प्रमोशन के लिए समूहों को स्थानीय बाजार के साथ प्रदेश एवं देश के अन्य शहरों से भी जोड़े जाने की योजना है। जेम पोर्टल एवं आजीविका मार्ट पोर्टल पर बाग प्रिंट उत्पाद की जानकारी अपलोड की जा चुकी है। अमेजन और फ्लिपकार्ट पोर्टल पर जानकारी अपलोड की प्रक्रिया प्रचलन में है।

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