प्रशासनिक न्यायमूर्ति एवं कार्यपालक अध्यक्ष महोदय, मध्य प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण श्री प्रकाश श्रीवास्तव के मुख्य आतिथ्य में, प्रदेश के 700 पुलिस थानों में ‘‘उर्जा महिला हैल्प डेस्क’’ का ऑनलाइन शुभारंभ
भोपाल। मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश शासन श्री शिवराज सिंह चैहान द्वारा मध्यप्रदेश में विगत कुछ दिनों में महिलाओं के विरुद्ध घटित जघन्य अपराधों केा ध्यान में रखते हुए इनकी रोकथान हेतु प्रभावी एवं सख्त कार्यवाही करने हेतु दिशा निर्देश दिये थे। उक्त निर्देर्शो के परिपालन में मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सार्थक सहयोग तथा केन्द्र सरकार के आर्थिक सहयोग से प्रदेश के समस्त जिलों के 700 थानों में ‘‘उर्जा महिला हैल्प डेस्क’’ स्थापना वर्चुअल कार्यक्रम आयोजित कर की गयी है। प्रदेश के इतिहास मे यह पहला अवसर है जब न्यायपालिका, पुलिस , प्रशासन, महिला एवं बाल विकास विभाग, तथा स्वास्थ विभाग के सामूहिक प्रयासों से उर्जा महिला हेल्प डेस्क को मूर्त रूप दिया गया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री म.प्र. शासन श्री शिवराज सिंह चैहान द्वारा अपने लिखित संदेश में बताया कि ‘‘मध्यप्रदेश सरकार महिलाओं की सुरक्षा के प्रति संवेदनशील है। महिलाओं के विरूद्ध की जाने वाली शारीरिक प्रताड़ना एवं घरेलू हिंसा एक सामाजिक अपराध है। इस संबंध में जहां एक ओर कानून और नियमों को कठोर बनाया जायेगा, वही दूसरी ओर महिलाओं की सहायता एवं क्षतिपूर्ति के लिये भी विशेष प्रयास किये जायेंगे। इसी अनुक्रम में पीडिताओं को तत्काल राहत प्रदान करने के लक्ष्य को लेकर केन्द्र सरकार की वित्तीय सहायता से प्रदेश में 700 ‘‘उर्जा महिला हैल्प डेस्क’’ प्रारम्भ किये जा रहे है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय प्रशासनिक न्यायमूर्ति एवं कार्यपालक अध्यक्ष मध्य प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण श्री प्रकाश श्रीवास्तव रहे । इस अवसर पर न्यायाधिपति द्वारा संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान परिवेश में महिलाओं को निरन्तर सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, सार्वजनिक जीवन में भाग लेने के नये-नये मौके मिल रहे है किन्तु महिलाओं को आज भी सुरक्षा एवं दण्ड न्यायिक प्रक्रिया कर पहुँचने में चुनौतियाँ है। पुर्ण न्याय के लिये यह आवश्यक है कि उन्हें विधिक सहायता, तत्काल राहत, सूचनाओं का आदान-प्रदान एवं पुनर्वास में सहयोग मिले। महिलाएँ विभिन्न प्रकार की समस्याओं जैसे दहेज प्रताड़ना, छेड़-छाड़, घरेलू हिंसा, बलात्संग, मानसिक उत्पीड़न आदि की शिकायत लेकर पुलिस थाना पहुँचती है। कई बार महिलाएँ अपनी बात थाने में सहज रूप से कहने में संकोच करती है, एसी स्थिति में प्रदेश में 700 उर्जा महिला हेल्प डेस्क का स्थापित होना एक महत्वपूर्ण प्रयास है। जो कि मध्यप्रदेश के ग्रामीण दूरस्थ अंचलों में भी स्थापित किये जा रहे है। जिससे अधिकाधिक सख्या में महिलाओं को लाभ मिल सकें। महिला उत्पीड़न को कम करने के लिये तथा जागरूकता, पुनर्वास एवं आपराधिक न्यायिक प्रणाली में न्यायिक सुलभता हेतु राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण सदैव तत्पर रहता है। यह एक अच्छी पहल है कि पुलिस, न्याय पालिका एवं प्रशासन के समन्वय से ‘‘उर्जा महिला हैल्प डेस्क’’ की शुरूआत की जा रही है। इसके पूर्व राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा सामाग्री उपलब्ध करायी जाकर आॅन लाईन ट्रेनिंग दी गयी है।
कार्यक्रम में पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जौहरी ने अपने उद्बोधन में कहा कि महिला हेल्प डेस्क पुलिस थाने की एक पूरक इकाई है। पुलिस मुख्यालय द्वारा महिला हेल्प डेस्क के संचालन हेतु एस.ओ.पी. उपलब्ध कराई जा रही है जो महिला हेल्प डेस्क की कार्यप्रणाली एवं कार्यवाही को मानक स्तर प्रदान करेगी ऊर्जा डेस्क अन्तर विभागीय समन्वय का बेहतरीन उदाहरण है। पुलिस महानिदेशक द्वारा गृह मंत्रालय, भारत शासन तथा मान्नीय न्यायाधिपति श्री प्रकाश श्रीवास्तव एवं राज्य विधि सेवा प्राधिकरण की सदस्य सचिव श्रीमति गिरिबाला सिंह का आभार व्यक्त किया तथा आश्वस्त किया कि इन उर्जा डेस्क को आवश्यक संसाधनों तथा बल के माध्यम से सशक्त बनाया जायेगा। कार्यक्रम में माननीय अपर मुख्य सचिव, गृह विभाग श्री राजेश राजौरा द्वारा बताया गया कि सभी संबंधित विभागों से बेहतर समन्वय स्थापित किया जायेगा तथा उर्जा महिला डेस्क के ऑनलाईन प्रशिक्षण व पर्याप्त मात्रा में प्रचार- प्रसार एवं कानूनी प्रावधानों संबंधी सामग्री उपलब्ध कराई गई है।
उक्त वर्चुअल कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (महिला अपराध) श्रीमती प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव द्वारा उर्जा महिला हैल्प डेस्क पर एक पाॅवर प्वाईंट प्रजेन्टेशन उर्जा डेस्क की स्थापना, कर्तव्य, संचालन व उद्देश्य के सम्बंध में प्रस्तुत किया गया। कार्यकम में ‘‘उर्जा महिला हैल्प डेस्क ’’ की मानक परिचालन प्रक्रिया (एस.ओ.पी.) की बुकलेट का मुख्य अतिथि मान्नीय न्यायाधिपति श्री प्रकाश श्रीवास्तव, राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर तथा अन्य अतिथिगणों द्वारा विमोचन किया गया।
उक्त कार्यक्रम में सचिव स्वास्थ विभाग, प्रमुख सचिव महिला एवं बाल विकास विभाग, अपर मुख्य सचिव, गृह विभाग सम्मिलित रहे, साथ ही एन.आई.सी. सैंटर तथा लाईव वेबकास्ट के माध्यम से प्रदेश के समस्त संभाग, जोन व जिले से आयुक्त , पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक तथा थाना स्तर तक के अधिकारी कर्मचारी शामिल रहे।
‘‘उर्जा महिला हैल्प डैस्क ’’ के आॅन लाइ्रन शुभारंभ के अवसर पर मान्नीय उच्च न्यायालय सभा कक्ष जबलपुर में कमिशनर जबलपुर जोन, म.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की सदस्य सचिव, अतिरिक्त सचिव, उप सचिव , जबलपुर जिले के कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक तथा सहायक पुलिस महानिरीक्षक (महिला अपराध जबलपुर जोन ), उपस्थित रहे।
भोपाल में कार्यक्रम का संचालन सहायक पुलिस महानिरीक्षक (महिला अपराध) श्री शशिकांत शुक्ला द्वारा तथा समस्त अतिथियों को सहायक पुलिस महानिरीक्षक (महिला अपराध) सुश्री पिंकी जीवनानी द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।