संकट मोचन हनुमान मंदिर समिति ने शिवराज सरकार का पुतला फूंका
ग्वालियर। माता की मूर्तियों और पंडाल का साइज करने सहित धार्मिक गतिविधियों पर प्रतिबंधित करने पर मप्र की शिवराज सरकार का गोलपाड़ा स्थिति संकट मोचन हनुमान बालाजी मंदिर में पुतला फूंका गया। इस अवसर पर चरणसेवक जगबीर दास ने कहा कि धर्म और आस्था का सहारा लेकर सत्ता तक पहुंची भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री शिवराज आज धर्म से खिलवाड़ कर रही है। ईश्वरीय शक्ति और धार्मिक गतिविधियों को प्रतिबंधित करने के कारण आज शहर, प्रदेश और देश में लगातार कोरोना महामारी विकराल रूप धारण करती जा रही है उसके बावजूद सरकार की नींद नहीं खुल रही है।
उन्होंने कहा कि नवदुर्गो महोत्सव में स्थापित होने वाली प्रतिमाओं का साइज कम कर दिया गया है। मेरी समझ में यह नहीं आ रहा है कि माता की प्रतिमा का साइज कम करने से कोरोना को कैसे रोका जा सकता है। एक तरफ सरकार कह रही है कि कोरोना महामारी को रोकने के लिए सोयल डिस्टेंसिंग का पालन करो वहीं दूसरी तरफ माता की मूर्तियों के स्थापित करने के लिए पंडाल का साइस छोटा कर दिया गया है। अब 10 वाई 10 के पंडाल में सोशल डिस्टेसिंग का कैसे पालन होगा यह समझ से परे है।
उन्होंने कहा कि गोलपाड़ा स्थिति संकट मोचन हनुमान बालाजी मंदिर में लगातार पूजा, आरती और हवन-यज्ञ जारी है उसके बावजूद आज दिनांक तक किसी भी भक्त या उससे संबंधित किसी भी व्यक्ति अथवा मंदिर पहुंचमार्ग तक में कोरोना नहीं आ सका। सरकार को इससे बड़ा क्या उदाहरण चाहिए कि जहां भगवान को पूजा जा रहा है वहां कोरोना नहीं है और जहां के पट बंद है पूजा-आरती और घंटा बजाना प्रतिबंधित है वहां कोरोना संक्रमित निकल रहे हैं। इससे यह बात स्पष्ट हो जाती है कि अगर सच्चे मन से ईश्वर की आराधना करो तो कोरोना महामारी तो क्या कोई भी बीमारी कुछ नहीं बिगाड़ सकती है। इसलिए वह देश और प्रदेश सरकार से आह़वान करते हैं कि धार्मिक गतिविधियों को छूट दी जाए। मंदिर खोले जाएं तथा माता की मूर्तियों और पंडालों के साइज बड़े किये हैं। हां धार्मिक गतिविधियों सुचारू रूप से चलाने के साथ कोरोना गाइडलाइन का पालन सख्ती से कराया जाये। मैं सभी को आश्वस्त करता हूं कि भक्त कोरोना गाइडलाइन की जरूर मानेंगे इसके बाद भक्तों की गुहार भगवान तक पहुंचेगी और देश से कोरोना का समूल नाश करने में जरूर सफलता मिलेगी।
इस अवसर पर चरणसेवक जगबीर दास के अलावा, जयराम सिंह यादव, चंद्रप्रकाश श्रीवास्तव, किशन सिंह तोमर, समर सिंह तोमर, सुरेंद्र सिंह परमार, केशव शर्मा, मोंटी तोमर, प्रसून सिंह तोमर सहित सैकड़ों की संख्या में भक्त उपस्थित थे।