सांस्कृतिक कार्यक्रमो के लिये एक बार फिर शहर की पहचान बनेगा “टाउन हाँल”,स्मार्ट सिटी द्वारा अत्याधुनिक तरीके से टाउन हाँल को संवारने का कार्य अंतिम चरण में
ग्वालियर। ग्वालियर स्मार्ट सिटी के तहत शहर के हद्धय स्थल महाराज बाडा और उसके आसपास के क्षेत्र में कई विकास कार्य किये जा रहे है, इन्ही में से एक ऐतिहासिक ईमारत टाउन हाँल है। यह ईमारत अतीत में सांस्कृतिक कार्यक्रमो के लिये शहर की पहचान के रुप में जानी जाती थी। ग्वालियर स्मार्ट सिटी द्वारा लगभग 70 लाख रुपये की लागत से इसको संवारने का कार्य किया जा रहा है। जल्द ही शहरवासियो को इस ईमारत की वही रौनक देखने को मिल सकेगी। टाउन हाँल में किये जा रहे कार्य अंतिम चरण में है, और जल्द ही यह विरासत शहरवासियों के लिये आकर्षण का केन्द्र बिंदू बन सकेगी।
ग्वालियर स्मार्ट सिटी सीईओ श्रीमती जयति सिंह नें जानकारी देते हुये बताया कि भारत सरकार के मह्त्वाकांक्षी मिशन स्मार्ट सिटी के तहत शहर के महाराज बाडा स्थित टाउन हाँल का कार्य अंतिम चरण में है, औऱ इस इमारत के संवरने के बाद टाउन हाँल सांस्कृतिक कार्यक्रमो के लिये फिर से अपनी पहचान स्थापित कर सकेगा। वही महाराज बाड़े को हेरिटेज जोन बनाने में भी सहायक सिद्ध हो सकेगा। श्रीमती सिंह नें बताया कि टाउन हाँल के पुर्नउद्धार का कार्य कुछ तकनीकि समस्याओं और कोविड 19 महामारी के चलते अपनी समयसीमा पर नही हो पाया था, लेकिन अब टाउन हाँल को संवारने का कार्य अंतिम चरण में है और जल्द ही यह ऐतिहासिक विरासत अपने अतीत की तरह ही अपने वैभव को प्रदर्शित करेगी। श्रीमती सिंह नें बताया कि टाउन हाँल में होने वाले निर्माण कार्यो में इस बात का भी ख्याल रखा जा रहा है कि भारत सरकार के द्वारा नेशनल बिल्डिंग मानको का भी पालन किया जाये, और इसका ऐतिहासिक स्वरुप बना रहे।
श्रीमती सिंह ने जानकारी देते हुये बताया कि टाउन हाँल के अंदरुनी भाग को पूर्ण वातानुकुलित बनाने के साथ ही इसकी सीटिंग व्यवस्था और इसके मंच को अत्याधुनिक तरीके से संवारा गया है, वही इसमे अत्याधुनिक साउंड सिस्टम, लाइटिंग की भी व्यवस्था की गई है। साथ ही टाउन हाँल के सबसे ऊपरी हिस्से में कैफेटेरिया का भी प्रावधान रहेगा।