सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का उदघाटन,ताई को बिसरा दिया
इंदौर। सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के उद्घाटन समारोह में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन की उपेक्षा की जाने से महाजन खेमा जमकर नाराज़ हैं।
दो दिन पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की खास मौजूदगी में दस मंजिला हॉस्पिटल का उदघाटन किया. समारोह में शिवराज मंत्रिमंडल के सदस्य, स्थानीय सांसद और भारतीय जनता पार्टी के अनेक नेता विशेष रूप से मौजूद थे. समारोह में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन की गैर मौजूदगी चर्चा का विषय रही. बताया जाता है कि कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देश पर मेडिकल कॉलेज की टीम ने महाजन को सामान्य निमंत्रण भेजा था, लेकिन महाजन को समारोह में विशेष आतिथ्य की उम्मीद थी. महाजन खेमे का कहना है कि इस हॉस्पिटल की स्थापना में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा, डॉ. हर्षवर्धन के अलावा राज्य सरकार से महाजन ने विशेष प्रयास किए. समारोह में उदबोधन देने वाले अतिथियों ने भी हॉस्पिटल की स्थापना में महाजन की भूमिका का ज़िक्र तक नहीं किया. महाजन को उम्मीद थी कि उदघाटन समारोह में शामिल होने के लिए उन्हें मुख्यमंत्री या सांसद का अनुरोध आता, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
महाजन खेमे के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि इस मामले में प्रधानमंत्री, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा अध्यक्ष को तमाम तथ्यों के साथ जानकारी भेजी जा रही हैं. महाजन खेमे से जुड़े जिला अध्यक्ष एवं एक पूर्व महापौर ने भी भाजपा संगठन में इस चूक की शिकायत की हैं. इन दोनों नेताओं ने इस चूक के लिए इशारों ही इशारों में स्थानीय सांसद को ज़िम्मेदार बताया है. बताया जाता है कि कोरोना काल के मद्देनज़र ताबड़तोड़ इस अस्पताल का उदघाटन किया गया है, जबकि अस्पताल के लिए स्वीकृत अधिकांश पद अभी खाली हैं. बीते दो दिनों में कुछ कोरोना मरीजों ने यहाँ भर्ती होने के प्रयास किए लेकिन उन्हें इंकार कर दिया गया.यह भी कहा जा रहा है कि जिले में सांवेर विधानसभा उपचुनाव की वजह से भी बगैर तैयारियों के इस हॉस्पिटल का उदघाटन कर दिया गया.
ढ़क्कन वाले कुँए के समीप स्थित 237 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित, 402 बिस्तरों वाला यह 10 मंजिला सुपर स्पेशलिटी अस्पताल आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करेगा. अत्याधुनिक सुविधाओं वाले इस अस्पताल में छह गहन चिकित्सा इकाइयां (आईसीयू) और 10 ऑपरेशन थियेटर हैं. बाद में इसमें विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा किडनी, हृदय, मस्तिष्क और अन्य अंगों की बीमारियों का भी इलाज किया जाएगा. अस्पताल में अंग प्रत्यारोपण की सुविधा भी होगी.