शहडोल | कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह ने आज बुढार प्रवास के दौरान तहसील बुढ़ार के ग्राम मलया के एफआरसी द्वारा निरस्त वनाधिकार पट्टो का निरीक्षण किया। ग्राम मलया में 34 प्रकरण वनाधिकार पट्टो के प्रस्तावित थे, जिन्हें एफआरसी द्वारा निरस्त किया गया। मौके पर जॉच करने पर पाया गया कि सभी निरस्त प्रकरणो के दावेदार राजस्व की भूमि में काबिज थे। कलेक्टर ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सोहागपुर को निर्देशित किया कि राजस्व भूमि पर काबिज लोगो को बेदखल न किया जायें। साथ ही सभी की सूची,खसरा नम्बर, नकल सहित तैयार कर प्रस्तुत करें, जिससे शासन से उक्त विषय पर चर्चा की जा सके।
इसी प्रकार कलेक्टर ने ग्राम सकरा के एफआरसी द्वारा निरस्त वनाधिकार पट्टो का निरीक्षण किया। ग्राम सकरा में 17 प्रकरण वनाधिकार पट्टो के प्रस्तावित थे, जिन्हें एफआरसी द्वारा निरस्त किया गया। मौके पर जॉच करने पर पाया गया कि निरस्त प्रकरणो में 9 प्रकरण ग्राम सकरा एवं 8 प्रकरण ग्राम पंचायत झिरिया के थे। सभी प्रकरण के दावेदार राजस्व की भूमि में काबिज थे। कलेक्टर ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सोहागपुर को निर्देशित किया कि राजस्व भूमि पर काबिज लोगो को बेदखल न किया जायें। साथ ही सभी की सूची, खसरा नम्बर, नकल सहित तैयार कर प्रस्तुत करें, जिससे शासन से उक्त विषय पर चर्चा की जा सके।
निरीक्षण के दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री पार्थ जायसवाल, उत्तर वनमण्डलाधिकारी श्री देवांशु शेखर, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सोहागपुर श्री धर्मेन्द्र मिश्रा, अनुविभागीय अधिकारी वन श्री राहुल मिश्रा, सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग श्री आर0के0 श्रौती, सीईओ जनपद बुढ़ार श्री सुनील तिवारी, तहसीलदार जैतपुर श्री लवकुश शुक्ला सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।