सांसद राकेश सिंह विक्टोरिया हॉस्पिटल में आज करेंगे जिले में "किल कोरोना"अभियान की शुरुआत डोर-टू-डोर होगा सर्वे कलेक्टर श्री यादव ने आम नागरिकों से सहयोग की अपील की
जबलपुर | कोविड-19 के व्यापक सर्वेलेंस के लिए बुधवार एक जुलाई से जिले भर में 15 दिवसीय "किल कोरोना" अभियान चलाया जायेगा। सांसद राकेश सिंह प्रात: 11 बजे सेठ गोविंददास जिला चिकित्सालय विक्टोरिया हॉस्पिटल से जिले में "कोरोना किल अभियान का शुभारंभ करेंगे इसके बाद सांसद सर्वे टीमों को सर्वे किट प्रदान कर गंतव्य के लिए रवाना करेंगे। अभियान 15 जुलाई तक चलेगा।
अभियान के तहत स्वास्थ्य, आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर पहुंचेंगे और लोगों से उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेंगे। डोर-टू-डोर होने वाले इस सर्वे के दौरान कोरोना के साथ ही मलेरिया, डेंगू एवं अन्य मौसमी बीमारी से पीडि़त मरीजों को भी चिन्हित किया जायेगा और उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जायेगा।
कलेक्टर भरत यादव ने आमजनों से अपील की है कि "किल कोरोना अभियान में घर-घर पहुंच रहे सर्वे दल को आवश्यक जानकारी देकर सहयोग करें। सर्दी-खांसी, जुकाम के साथ डेंगू, मलेरिया, डायरिया आदि के लक्षण पाये जाने पर भी जरूरी परामर्श और उपचार नागरिकों को मिलेगा। कलेक्टर ने सर्वे के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का खास ध्यान रखने का आग्रह किया है।
जिले में सर्वे के लिए आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं की 2500 पायलट टीमें गठित की गई हैं। जबकि 371 मुख्य टीमें बनाई गई हैं। इनमें से 160 टीमें जबलपुर शहरी और 171 टीमें ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे का कार्य करेंगी। सर्वे टीम में एएनएम और स्वास्थ्य कार्यकर्ता शामिल हैं।
सबसे पहले पायलट टीमें जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के हर घर पहुंचेंगी। लोगों से उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेंगी। पायलट टीमों की जानकारी के आधार पर मुख्य टीमें कोरोना संदिग्ध, कोरोना मरीजों, डेंगू, मलेरिया या मौसमी बीमारियों से पीडि़त लोगों के घर पहुंचेंगी। उनका सेम्पल लेंगी, परीक्षण करेंगी और दवाईयां भी प्रदान करेंगी।
सर्वे के दौरान जिले की समूची आबादी को कव्हर किया जायेगा। ग्रामीण व शहरी क्षेत्र को मिलाकर करीब 28 लाख लोगों का इस व्यापक अभियान में स्वास्थ्य सर्वे होगा।
सर्वे कार्य के लिए गठित टीमों को 400 पल्स ऑक्सीमीटर, 400 नान कान्टेक्ट थर्मामीटर, 75-75 हजार सर्जिकल ग्लव्स और सर्जिकल मॉस्क, 5 हजार कॉटन सेनिटाईजर, 10 हजार आरडीटी किट (रेपिड डायग्नोस्टिक किट) तथा 75 हजार बॉयोमेडिकल वेस्ट कलेक्शन बेग दिये जायेंगे। साथ ही 5 हजार स्ट्रिप क्लोरीन टैबलेट, 10 हजार स्ट्रिप पैरासिटामोल और 5 हजार स्ट्रिप प्रायमाक्वीन टैबलैट्स प्रदान की जायेंगी।
सर्वे के दौरान सर्दी जुकाम व श्वास से संबंधित संदिग्ध मरीजों के साथ-साथ मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया आदि के संदिग्ध मरीजों को भी चिन्हाकित कर इनकी प्रविष्टि सार्थक एप में की जायेगी। कोविड-19 के संदिग्धों की जिनकी प्रविष्टि "सार्थक एप पर की जाती है। के संबंधित क्षेत्रों को मेप्ड एमएमयू द्वारा सेम्पलिंग की जायेगी। हर दिन चिन्हित किये गये संदिग्धों की सेम्पलिंग के बाद उनकी टेस्टिंग आरटीपीसी आर और टीआरयूएनएटी के माध्यम से की जायेगी।
अभियान के तहत स्वास्थ्य, आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर पहुंचेंगे और लोगों से उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेंगे। डोर-टू-डोर होने वाले इस सर्वे के दौरान कोरोना के साथ ही मलेरिया, डेंगू एवं अन्य मौसमी बीमारी से पीडि़त मरीजों को भी चिन्हित किया जायेगा और उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जायेगा।
कलेक्टर भरत यादव ने आमजनों से अपील की है कि "किल कोरोना अभियान में घर-घर पहुंच रहे सर्वे दल को आवश्यक जानकारी देकर सहयोग करें। सर्दी-खांसी, जुकाम के साथ डेंगू, मलेरिया, डायरिया आदि के लक्षण पाये जाने पर भी जरूरी परामर्श और उपचार नागरिकों को मिलेगा। कलेक्टर ने सर्वे के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का खास ध्यान रखने का आग्रह किया है।
डोर-टू-डोर होगा सर्वे
जिले में सर्वे के लिए आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं की 2500 पायलट टीमें गठित की गई हैं। जबकि 371 मुख्य टीमें बनाई गई हैं। इनमें से 160 टीमें जबलपुर शहरी और 171 टीमें ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे का कार्य करेंगी। सर्वे टीम में एएनएम और स्वास्थ्य कार्यकर्ता शामिल हैं।
सबसे पहले पायलट टीमें जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के हर घर पहुंचेंगी। लोगों से उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेंगी। पायलट टीमों की जानकारी के आधार पर मुख्य टीमें कोरोना संदिग्ध, कोरोना मरीजों, डेंगू, मलेरिया या मौसमी बीमारियों से पीडि़त लोगों के घर पहुंचेंगी। उनका सेम्पल लेंगी, परीक्षण करेंगी और दवाईयां भी प्रदान करेंगी।
28 लाख लोगों का होगा सर्वे
सर्वे के दौरान जिले की समूची आबादी को कव्हर किया जायेगा। ग्रामीण व शहरी क्षेत्र को मिलाकर करीब 28 लाख लोगों का इस व्यापक अभियान में स्वास्थ्य सर्वे होगा।
सर्वे दल के लिए सामग्री
सर्वे कार्य के लिए गठित टीमों को 400 पल्स ऑक्सीमीटर, 400 नान कान्टेक्ट थर्मामीटर, 75-75 हजार सर्जिकल ग्लव्स और सर्जिकल मॉस्क, 5 हजार कॉटन सेनिटाईजर, 10 हजार आरडीटी किट (रेपिड डायग्नोस्टिक किट) तथा 75 हजार बॉयोमेडिकल वेस्ट कलेक्शन बेग दिये जायेंगे। साथ ही 5 हजार स्ट्रिप क्लोरीन टैबलेट, 10 हजार स्ट्रिप पैरासिटामोल और 5 हजार स्ट्रिप प्रायमाक्वीन टैबलैट्स प्रदान की जायेंगी।
सार्थक एप में संदिग्ध मरीजों की होगी प्रविष्टि
सर्वे के दौरान सर्दी जुकाम व श्वास से संबंधित संदिग्ध मरीजों के साथ-साथ मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया आदि के संदिग्ध मरीजों को भी चिन्हाकित कर इनकी प्रविष्टि सार्थक एप में की जायेगी। कोविड-19 के संदिग्धों की जिनकी प्रविष्टि "सार्थक एप पर की जाती है। के संबंधित क्षेत्रों को मेप्ड एमएमयू द्वारा सेम्पलिंग की जायेगी। हर दिन चिन्हित किये गये संदिग्धों की सेम्पलिंग के बाद उनकी टेस्टिंग आरटीपीसी आर और टीआरयूएनएटी के माध्यम से की जायेगी।
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