किल कोरोना अभियान” एक जुलाई से 15 जुलाई तक अभियान को प्रभावी रूप से जिले में संचालित किया जाए – कलेक्टर
जप कुमार
ग्वालियर। सम्पूर्ण प्रदेश की तरह ग्वालियर जिले में भी “किल कोरोना अभियान” एक जुलाई से संचालित होगा। अभियान के तहत घर-घर जाकर सर्वेक्षण का कार्य किया जायेगा। नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिये यह एक महत्वपूर्ण अभियान है। इस अभियान को ग्वालियर जिले में पूरी गंभीरता के साथ चलाया जाए। कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने सोमवार को “किल कोरोना अभियान” के लिये इंसीडेंट कमांडरों के प्रशिक्षण में यह निर्देश दिए हैं।
कलेक्ट्रेट कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित इस प्रशिक्षण में जिले में नियुक्त सभी इंसीडेंट कमांडर उपस्थित थे। इस दौरान कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने कहा कि अभियान के तहत गठित दल अपने-अपने क्षेत्र में घर-घर जाकर सर्वेक्षण का कार्य करेंगे। सभी इंसीडेंट कमांडर अपने-अपने क्षेत्र में इस अभियान को प्रभावी रूप से संचालित करें। अभियान के तहत जनप्रतिनिधियों एवं गणमान्य नागरिकों का भी सहयोग लिया जाए।
कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने कहा कि “किल कोरोना अभियान” स्पेशल फीवर स्क्रीनिंग अभियान है। यह अभियान एक जुलाई से 15 जुलाई तक चलाया जायेगा। कोविड-19 के संक्रमण के प्रसार की श्रृंखला को तोड़ने एवं आम जनों को संक्रमण से बचाव हेतु जागरूक करने के लिये यह अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत संभावित रोगियों की समय पर पहचान कर उनका उपचार कराना एवं आगे संक्रमण न फैले, इसकी रोकथाम करने के साथ-साथ गर्भवती व टीकाकरण से छूटे बच्चों की खोज कर टीकाकरण करना भी है।
प्रशिक्षण में बताया गया कि ग्वालियर जिले में 331 दल गठित किए गए हैं। प्रत्येक दल में 3 से 5 सदस्यों को रखा गया है। दल में एएनएम, बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता, बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य पर्यवेक्षक एवं महिला पर्यवेक्षक को रखा गया है। अभियान के तहत आशा कार्यकर्ता व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एडवांस टीम की तरह सभी घरों में जायेंगीं। प्रत्येक दल प्रतिदिन 100 घरों में भ्रमण करेगा। प्रत्येक दल के पास पल्स ऑक्सीमीटर, नॉन कॉन्टेक्ट थर्मामीटर, ट्रिपल लेयर मास्क, सर्जिकल ग्लब्स, कॉटन, सेनिटाइजर, रजिस्टर, पेन, पेंसिल एवं रिपोटिंग प्रपत्र रहेगा।