प्याज उत्पादक किसानों के आंसुओं की चिंता है - श्री मोघे
इंदौर । पूर्व सांसद ,पूर्व महापौर श्री कृष्ण मुरारी मोघे ने कृषि मंत्री श्री कमल पटेल से चर्चा करते हुए सरकार की प्याज खरीदी की नीति के बारे में जानना चाहा तो कृषि मंत्री ने अवगत करवाया कि इस संबंध में सरकार की कोई स्पष्ट नीति अभी तक लागू नहीं है ।
श्री मोघे ने कहा कि अन्य फसलों के साथ ही प्याज का उत्पादन भी प्रदेश में प्रचुर मात्रा में हुआ है लेकिन इसे किसान का दुर्भाग्य ही कहा जाए कि लॉक डाउन के चलते इंदौर रेड झोन में होने से जनजीवन सामान्य होना आगामी दिनों में दूर नजर आ रहा है। ऐसे में यदि प्याज उत्पादक किसान अपनी उपज समय पर मंडी लगा देगा तो किसान को उसकी मेहनत का उचित मेहनताना , दाम मिल सकेगा जिससे वह खुद के आंसू बहाने को मजबूर नहीं होगा ।
श्री मोघे ने कहा *क्यों ना हम मंडी की बजाय शहर के बाहर एवं उपर्युक्त स्थान पर अस्थाई रूप से प्याज मंडी बना दे जिससे किसानों और स्थानीय व्यापारियों के साथ ही अन्य प्रदेशों आने वाले व्यापारियों को एक ही जगह पर प्याज के व्यापार के लिए स्थान उपलब्ध हो सके ।* सनद रहे कि मालवा और निमाड़ में पैदा हुआ प्याज देश की राजधानी दिल्ली के अलावा पंजाब, हरियाणा, कानपुर, मेरठ के साथ ही अन्य प्रदेशों एवं शहरों में जाता है।
श्री मोघे ने कृषि मंत्री श्री कमल पटेल से कहा कि यदि प्याज खरीदी की शुरुआत की जाती है तो प्रदेश के बाहर से आए व्यापारियों द्वारा खरीदा गया माल (प्याज) अन्य राज्यों तक पहुंचाने हेतु परिवहन की भी उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाना चाहिए जिससे कि व्यापारियों को भी हानि का सामना नहीं करना पड़े।
श्री मोघे ने सरकार से शीघ्र ही किसानों के हित में प्याज नीति बनाने का आह्वान किया है।