घर में एवं बाहर पालन करने हेतु अनिवार्य दिशा-निर्देश,बच्चों से लेकर वृद्ध तक सभी को आवश्यक है, सोशल डिस्टेंसिंग के साथ एसओपी का पालन - कलेक्टर मनीष सिंह
इंदौर ।कलेक्टर मनीष सिंह ने समस्त नागरिकों के हित में कोविड-19 से बचाव हेतु विभिन्न दिशा-निर्देश जारी किए हैं। कोविड-19 महामारी से स्वयं एवं परिवार की सुरक्षा के लिए बच्चों से लेकर वृद्ध तक सभी सदस्यों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मानक संचालन प्रक्रिया या स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर को अनुशासन के साथ पालन करना अनिवार्य बताया है। उन्होंने कोविड-19 की स्थिति में घर में एवं बाहर पालन करने योग्य अत्यावश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
बाजार खुलने की दशा में बाजार का दौरा करते वक्त रखी जाने वाली सावधानियां*
भविष्य में बाजार खुलने की दशा में घर से बाहर जाने पर हमेशा एक ट्रिपल लेयर /एन95 मास्क पहनें या फेस कवर जैसे गमछ़े या दुपट्टे का उपयोग करें। बाजार जाते समय संभवत: प्लास्टिक चप्पल/स्लीपर पहनें। बाजार में किसी भी व्यक्ति या दुकानदार से न्यूनतम 6 फीट की दूरी बनाएं रखें। घर के बाहर होने पर किसी भी चीज को अनावश्यक रूप से स्पर्श न करें तथा हाथों से बार-बार अपना चेहरा कदापि न छुएं। 70 प्रतिशत अल्कोहलयुक्त हैंड सैनेटाइजर का एक छोटा पैक हमेशा अपने साथ रखें और अगर आपको लगता है कि आपने बाजार में किसी भी चीज या व्यक्ति को छुआ है, तो अपने हाथों को सेनेटाईजर से अच्छी तरह साफ करें।
बाजार से क्रय की गई सामग्री को घर ले जाते समय अपने शरीर से दूर रखने का प्रयत्न करें। बाजार जाते समय अपने साथ प्लास्टिक की बाल्टी रखना बेहतर उपाय है। सामग्री को बाल्टी में डालकर अपने घर पर ले जायें।
यदि एटीएम जाने की आवश्यकता पड़े तो सर्वप्रथम एटीएम की-बोर्ड तथा उपयोग के उपरांत एटीएम कार्ड को 70 प्रतिशत अल्कोहल युक्त सेनेटाइजर से साफ करें। आवश्यकता पड़ने पर ही बाजार जायें। कोशिश करें की सप्ताह में केवल एक या दो बार ही बाजार जाये।
*बाजार खुलने की दशा में भुगतान करते वक्त आवश्यक सावधानियाँ*
भुगतान करने के लिये पेटीएम एप्प, भीम एप्प या अपने बैंक एप्प आदि के माध्यम से डिजिटल भुगतान करेन का प्रयास करें। किसी भी दुकानदार से कागजी नोट न लें, क्योंकि यह कोरोना वाइरस से संक्रमित हो सकता है। यदि आप दुकानदार को कागजी नोट देते हैं, तो पूरी राशि के साथ खरीदारी करें और पैसे वापस न लें। यदि किसी परिस्थिति में आपको बाजार से कागजी मुद्रा लेना पड़ता है तो इसे घर आने तक अपने हाथों में ही रखें और घर पहुंचने ने उपरांत कपड़े वाली प्रेस का उपयोग करके इसे कीटाणु रहित करें। दोनों तरफ से करेंसी को प्रेस करें। बाजार का दौरा करने वाली व्यक्ति प्रेस न छूए तथा बाजार से लाये हुये कागजी नोट को परिवार के किसी अन्य व्यक्ति की सहायता से प्रेस करवा कर कीटाणु रहित करें। अल्कोहल आधारित सेनेटाइजर या साबुन और पानी के साथ सिक्कों को कीटाणु रहित करें। सिक्कों के डिस-इन्फेक्शन के बाद अपने हाथों को साबुन और पानी से न्यूनतम 20 सेकेंड तक धोएं।
*सार्वजनिक लिफ्ट या सीढ़ी के उपयोग करते वक्त ये बातें हैं आवश्यक*
वर्तमान स्थिति में सार्वजनिक लिफ्ट के बजाय सीढ़ी का उपयोग करना बेहतर है। सीढ़ी के रेलिंग को अपने हाथों से स्पर्श न करें। यदि लिफ्ट का उपयोग करना आवश्यक है, तो अपनी जेब में कुछ कागज के टुकडे रखें और अपनी उंगली को कागज से ढँक कर पुश बटन को स्पर्श करें। जब आप लिफ्ट से बाहर आये तो कागज को डस्टबिन में फेंकें और लिफ्ट को बिना छुए बहार आ जायें। लिफ्ट में दूसरे व्यक्तियों से न्यूनतम 6 फीट की दूरी बनाये रखें, संभव हो तो लिफ्ट को अकेले में ही उपयोग करें।
*घर में प्रवेश करते वक्त रखें इन बातों का ध्यान*
घर में प्रवेश करने पर दरवाजा स्पर्श न करें, घर के अन्य सदस्यों को दरवाजा खोलने के लिये कहें। सामग्री को किसी टेबल या किसी बॉक्स में दरवाजे के पास एक निश्चित स्थान पर रखें। घर में प्रवेश करने के उपरांत अपने हाथों को कम से कम 20 सेकंड के लिये साबुन से धोएं , तत्पश्चात चेहरे को भी साबुन से अच्छी तरह धोएं। सर्वप्रथम अपने कपड़े डिटर्जेंट के घोल में डुबोएं और साबुन से नहाएं। डिटर्जेंट के साथ अपने प्लास्टिक स्ट्रीट चप्पल को भी ठीक से धोएं।
*बाहरी व्यक्ति के आपके घर आने पर ये उपाय करें*
यदि कोई व्यक्ति जैसे प्लम्बर/ इलेक्ट्रिशियन, मेकेनिक आपके घर पर आता है, तो सुनिश्चित करें कि उसे बुखार नहीं है। आप इसे इन्फ्रारेड थर्मामीटर से जांच सकते हैं। सबसे पहले उसे अपने हाथों को सैनेटाइजर या साबुन और पानी से साफ करने को कहें। अपने कार्य से संबंधित स्थल/उपकरण के अलावा उसे कुछ भी छूने की अनुमति न दें। काम पूरा होने के बाद साबुन के घोल से उस स्थान और उपकरणों को साफ करें।
*घर का डिस-इन्फेक्शन*
2 प्रतिशत डिटर्जेंट के घोल या एक प्रतिशत सोडियम हाइपोक्लोराइट घोल के साथ प्रतिदिन सुबह फर्श को साफ करें। मुख्य दरवाजे के हेंडल और डोर बेल को 70 प्रतिशत हल्कोहल आधारित सैनेटाइजर से साफ करें।
*रसोई के सामान का डिस-इन्फेक्शन*
रसोई में प्रयुक्त बर्तन, उपकरण इत्यादि को आमतौर पर साबुन से साफ किया जाता है तो उन्हें अलग से कीटाणुरहित करने की आवश्यकता नहीं होती है।
*कपड़ों का डिस-इन्फेक्शन*
अन्य किसी भी स्थान से घर लौटने पर अपने कपड़ों को तुरंत डिटर्जेंट में धोएं। अपने तौलिया और दैनिक उपयोग के कपड़ों को नियमित रूप से धोएं।
*हाथों का डिस-इन्फेक्शन*
अपने हाथों को कम से कम 20 सेकंड तक पानी और साबुन से अच्छी तरह से दिन में कई बार, विशेषकर खाना खाने के पूर्व अवश्य धोएं। हथेली, उंगलियों के बीच, नाखून और कलाई में 20 सेकंड तक साबुन को रगड़े और फिर पानी से धो लें। वैकल्पिक रूप से आप हाथों केा कीटाणु रहित करने के लिए 70 प्रतिशत अल्कोहलयुक्त हैंड सैनेटाइजर का उपयोग भी कर सकते हैं।
*सब्जियों ओर फलों का डिस-इन्फेक्शन*
वर्तमान परिस्थितियों में सब्जियों और फलों को इस्तमाल करने के पूर्व कीटाणु रहित करना आवश्यक है। हाथों से रगड़कर सब्जियों और फलों को नमक के पानी में 20 प्रतिशत साबुन या डिटर्जेंट के घोल से धोने के बाद स्वच्छ पानी से अच्छी तरह से साफ करें। रेफ्रीजरेटर में स्टोर कर इस्तमाल करें।
*पेकेज्ड मिल्क का डिस-इन्फेक्शन*
हाथ से रगड कर पैकेट को 20 प्रतिशत डिटर्जेंट के घोल से धोने के बाद स्वच्छ पानी से अच्छी तरह से साफ करें। पैक को काटें, बर्तन में डाले और उबाल कर उपयोग करें। यदि आप दूध वाले से दूध लेते है, तो प्रक्रिया के दौरान उचित दूरी बनाएं अपना बर्तन न छूने दें और दूध को तुरंत उबालें।
*खाद्य सामग्री का डिस –इन्फेक्शन*
जिन खाद्य सामग्री को धोया न जा सके उसे घर के अन्दर लाने और इस्तेमाल करने से पहले कम से कम 72 घंटे एक तय स्थान पर रहने दे। बाजार से डेयरी उत्पाद खरीदने से बचें और घर पर बनाये हुये व्यंजन का ही प्रयोग करें।
*अन्य वस्तुओं को डिस-इन्फेक्ट करने के तरीके*
गैर खाद्य-पदार्थों को इस्तमाल से पहले कम से कम 72 घंटे निश्चित स्थान पर संग्रहीत किया जाना चाहिये।
*अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को ऐसे बढ़ाएं*
वर्तमान में कोविड-19 से बचाव हेतु हर व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करना अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए कम से कम 30 मिनट तक दैनिक योगासन, प्राणायाम और मैडिटेशन आदि नियमित रूप से करें। तुलसी, दाल चीनी, काली मिर्च, अदरक या सौंठ और मुनक्का से बनी हर्बल चाय या काढ़ा दिन में एक या दो बार पिये। हर्बल चाय और काढ़े में गुड और निम्बू के रस का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।