विदिशा- लॉक डाउन में घर जाने की ऐसी व्यवस्थाएं सपने में नही सोची थी
जप कुमार
विदिशा।राज्य सरकार के निर्णय अनुसार विदिशा जिले में अन्य राज्यों के श्रमिक जो लॉकडाउन अवधि में रह गए है और वे अपने-अपने घर जाना चाहते है के लिए वाहनो, खाना, स्वास्थ्य परीक्षण इत्यादि बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति सुनिश्चित कराई गई है। वापसी के दौरान उक्त बसों में विदिशा जिले के श्रमिक जो अन्य राज्यो में रह रहे है को लाने का कार्य किया जा रहा है।
इसी कड़ी के तहत सोमवार को राजस्थान राज्य के सवाई माधौपुर जिले के मजदूर जो विदिशा जिले में रूके हुए थे इन्हें विशेष बस से रवाना किया गया है। बस को रवाना होने से पहले सेनेटाइजेशन कराया गया। मजदूरो को बैठने से पहले सभी को मास्क पहनने हेतु प्रदाय किए गए वही खाने के पैकेट प्रदाय करते हुए पानी की उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई है। हाथो की सफाई हेतु सेनेटाइजर की बॉटल बस के अन्दर रखवाई गई है यह सब अपनी आंखो के सामने होता देखकर सवाई माधौपुर के मजदूरो का कहना है कि लॉकडाउन में हमें अपने घर जाने के लिए ऐसी व्यवस्था शासन करेंगी कभी सपने में नही सोचा था। दोनो हाथ जोड़कर राज्य सरकार के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए धन्यवाद ज्ञापित करने में पीछे नही रहें।
ज्ञातव्य हो कि राजस्थान के सवाई माधौपुर जिले के नौ श्रमिक जो पाषाण और लोहे पर कलाकृति उकरने में मास्टर है इनके हुनर को देखते हुए विदिशा जिले के अनेक मंदिरो के दरवाजो पर नक्काशी का काम इनके द्वारा पूरा किया गया है ये सभी मजदूर वर्तमान में मानौरा में स्थित भगवानी जगदीश स्वामी जी के मंदिर के मुख्य द्वार पर नक्काशी का कार्य कर रहे थे जो पूरा हो जाने के बाद अब फ्री थे और ऐसे समय अब घर की चिंताएं सता रही थी।
विदिशा के विवेकानंद चौराहे पर रवाना होने वाली बसो में सवार होने वाले श्रमिको से नगरपालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन ने भी सौजन्य भेंट कर उन्हें स्वल्पाहार व मास्क अपने हाथो से प्रदाय किए। इससे पहले उनके निर्देशो पर नगरपालिका के अमले द्वारा दोनो बसों का सेनेटाइजेशन किया गया। तदोपरांत सभी नौ श्रमिकों को बस में एक सीट छोड़कर बैठने के प्रबंध सुनिश्चित किए गए है। ज्ञातव्य हो कि उक्त बस राजस्थान राज्य की सीमा वार्डर पर पहुंचकर इन मजदूरो को बस से उतारेगी तथा विदिशा जिले आने वाली मजदूरो को बस में बिठाकर विदिशा लाएंगी।