7 बसों में सवार होकर 200 से अधिक मजदूर, पहुंच चुके थे कृषि उपज मंडी, रात तक सभी पहुँचेगे, सांसद ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री से चर्चा कर कलेक्टर को किया था निर्देशित
राजस्थान के अलग अलग जिलों में फसे मजदूरों के आने का क्रम शुरू हो गया है।सांसद अनिल फिरोजिया द्वारा मजदूरों को लाने के लिए मुख्यमंत्री से बात कर कलेक्टर को निर्देश देने के बाद राजस्थान- मध्य्प्रदेश की सीमा पर मौजूद 800 से अधिक मजदूरों के आने का क्रम शुरू हो गया है शाम 5 बजे तक 200 से अधिक मजदूर 7 बसों में सवार होकर कृषि उपज मंडी समिति खाचरौद पहुँच गए हैं। यहां पर पहले से मौजूद स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन ने इनका स्वास्थ्य परीक्षण किया। उन्हें मास्क और सेनीटाइजर वितरित किये गये, भोजन एवं पानी की व्यवस्था की गई तथा सभी श्रमिकों की सूची बनाई गई, उनके मोबाइल नम्बर, मकान नम्बर, आधार नम्बर की जानकारी एकत्रित की गई। उल्लेखनीय है कि शेष बचे मजदूर भी देर रात तक यहां पहुंच जाएंगे। इसके अलावा उज्जैन में फंसे राजस्थान के मजदूरों को उनके गांवों तक रवाना किया जायेगा।
मंगलवार को यहां पहुँचे मजदूरों की कुशलचेम पूछने ओर उनकी भोजन पानी की व्यवस्थाओं को लेकर पूर्व विधायक दिलीपसिंह शेखावत, सांसद अनिल फिरोजिया के सहियोगी प्रकाश जैन, मंडल अध्यक्ष दिनेश जाट, चेतन शर्मा, बद्रीलाल सांगितला आदि ने खाचरोद कृषि उपज मंडी पहुँचकर जानकारी ली। दरसल कुछ दिनों पहले राजस्थान के अलग अलग जिलों में फसे मजदूरों की जानकरी मिलने पर सांसद अनिल फिरोजिया के सहायक प्रकाश जैन ने इस बात की जानकारी सांसद अनिल फिरोजिया को दी थी। साथ ही पूर्व विधयक दिलीप सिंह शेखावत ने भी इस बारे में सांसद फिरोजिया से लगातार चर्चा करने के साथ ही कुछ मजदूरों से भी कगातर संपर्क स्थापित कर रखा था। सांसद ने मामले की गंभीरता को देखते हुवे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात करने के साथ ही कलेक्टर उज्जैन शशांक मिश्रा को निर्देशित कर मजदूरों को जल्द से जल्द लाने के निर्देश दिए थे।
सोमवार शाम को यहां से बसों के रावना होने से लेकर मंगलवार शाम को बसों के यहां आने तक सांसद अनिल फिरोजिया लगातार बस के साथ गए कर्मचारियों, वहां फसे किसानों व अधिकारियों के संपर्क में रहे। इस दौरान उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग सहित अन्य जरूरी दिशा निर्देश भी जिम्मेदारों को दिए।
सांसद अनिल फिरोजिया को जानकारी मिली कि बड़ी संख्या में यहां के मजदूर वहां फसे है तो उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मामले से अवगत करवाने के बाद कलेक्टर को निर्देश दिए कि वे हर गाँव से मजदूरी के लिए दूसरे प्रदेशों में गए मजदूरों की लिस्ट तैयार करे। इसके बाद अमले ने ताबड़तोड़ लिस्ट तैयार की ओर इस लिस्ट के आधार पर सबसे पहले राजस्थान में फसे मजदूरों को लाने का काम किया गया।
सांसद फिरोजिया ने लोगों से अपील की है कि वे कही भटके नही, बल्कि अपने ग्राम सचिव को दूसरे प्रदेशों में गए मजदूरों की जानकारी दर्ज करवा दे।