लाकडाउन गाइडलाइन का हुआ उल्लंघन, कमिश्नर DPI ने व्यवसायिक प्रशिक्षकों की सेवाएं की समाप्त
भोपाल।भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय एवं गृह मंत्रालय द्वारा स्पष्ट रूप से निर्देशित किया गया है कि भारत में लॉकडाउन के दौरान किसी भी सरकारी एवं प्राइवेट संस्थान में किसी भी कर्मचारी की सेवाएं समाप्त नहीं की जाएंगी। बावजूद इसके मध्यप्रदेश में लोक शिक्षण संचालक कमिश्नर जयश्री कियावत ने व्यवसायिक प्रशिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दी। कमिश्नर ने बैक डेट में सिग्नेचर की है, आदेश अमान्य
दिनांक 30 मार्च 2020 को लिखे गए पत्र क्रमांक 1549 पर लोक शिक्षण संचालनालय की कमिश्नर जयश्री कियावत ने बैक डेट में सिग्नेचर किए हैं। भारतीय प्रशासनिक सेवा की महिला अधिकारी ने अपने हस्ताक्षर के नीचे दिनांक 28 मार्च 2020 लिखा है। यानी पत्र लिखने के 2 दिन पहले कमिश्नर ने कोरे कागज पर हस्ताक्षर कर दिए थे। जयश्री कियावत कमिश्नर के पद पर हैं, क्लर्क नहीं है इसलिए इसे मानवीय त्रुटि नहीं माना जा सकता। निश्चित रूप से यह एक साजिश है और शासन को इस आदेश को तत्काल अमान्य कर देना चाहिए। कमिश्नर ने लॉकडाउन गाइडलाइन का उल्लंघन किया, सेवा समाप्त नहीं कर सकते| भारत सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय ने स्पष्ट नोटिफिकेशन जारी किया है कि भारत का कोई भी संस्थान चाहे वह सरकारी हो या प्राइवेट लॉकडाउन के दौरान किसी भी कर्मचारी की सेवाएं समाप्त नहीं कर सकता। इस दौरान कर्मचारी को पूरा वेतन दिया जाएगा। फिर चाहे उसे वर्क एट होम दिया गया हो या नहीं। यदि कोई नियोक्ता अपने कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त करता है तो उसके खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।