फर्रूखाबाद-एनकाउंटर में मारा गया आरोपी सुभाष व उसकी पत्नी, सुरक्षित बचाए गए 23 बच्चे
कुमार यश
फर्रूखाबाद।उत्तर प्रदेश के फर्रूखाबाद में करीब 11 घंटे चले घटनाक्रम के बाद आखिरकार पुलिस ने बंधक बनाए गए सभी 23 बच्चों को सुरक्षित छुड़ा लिया। इस दौरान एनकाउंटर में आरोपी सुभाष की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि क्रॉस-फायरिंग में उसकी जान चली गई। इससे पहले उसने खत लिखकर बताया था कि लंबे वक्त से सरकारी योजना के तहत घर और टॉइलट की मांग कर रहा था जिस पर कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। माना जा रहा था कि इसी बात से आहत होकर उसने यह कदम उठाया था।
यूं हुआ एनकाउंटर
मौके पर पहुंचे कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने सुभाष के मारे जाने की पुष्टि की। उन्होंने बताया, 'सुभाष क्रॉस फायरिंग में मारा गया। 5 पुलिसकर्मी समेत 6 लोग ऑपरेशन में घायल हुए हैं। उसके घर से राइफल और तमंचे बरामद हुए हैं। वह कई दिनों तक पुलिस से मोर्चा लेना चाहता था।' जानकारी के मुताबिक गांववालों ने उसके घर पर पथराव किया था जिसमें घर का दरवाजा टूट गया और मौका देखकर पुलिस ने बच्चों को बचा लिया।
खत लिखकर बताया, नहीं मिला घर-टॉइलट
उससे बात करने के लिए पुलिस ने उसके दोस्त की मदद ली जिसके बाद उसने 23 में से एक बच्चे को रिहा किया और डीएम के नाम एक खत भी बाहर भेजा। खत में उसने बताया था कि उसे पीएम आवास योजना के तहत घर और टॉइलट देने से प्रधान ने इनकार कर दिया था। दूसरे अधिकारियों से शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। माना जा रहा है कि इससे नाराज होकर उसने बच्चों को बंधक बना लिया।
टाइम लाइन: कब क्या हुआ
2 बजे: सुभाष बाथम ने बेटी के जन्मदिन पर बच्चों को घर बुलाया।
4 बजे: बाथम के घर पर आयोजित बर्थडे पार्टी में बच्चे पहुंचे।
5 बजे: सुभाष ने छत पर पहुंचकर बताया कि उसने बच्चों को बंधक बना लिया है।
5:30 बजे: गांव वालों ने एक व्यक्ति को सुभाष से बात करने भेजा, बदमाश ने उसके पैर में गोली मार दी। इसी बीच पुलिस को सूचना दी गई, 45 मिनट बाद पुलिस पहुंची।
6 बजे: पुलिस ने सुभाष से बातचीत शुरू की, इस बीच आरोपी ने फायरिंग की, जिसमें 2 पुलिसकर्मी घायल हुए।
6:15 बजे: आरोपी ने घर के अंदर से हथगोला (लो रेडिएंट बम) फेंका।
6:30 बजे: डीएम-एससपी मौके पर पहुंचे। आरोपी ने स्थानीय विधायक को बुलाने की मांग की। इसी बीच आरोपी ने दोबारा फायर किया।
7:00 बजे: उच्च अधिकारियों को हालात की जानकारी दी गई। आरोपी के पास हथियार होने के चलते खतरे का अंदेशा भी जताया गया।
7:30 बजे: डीजीपी ने एटीएस टीम को मौके पर पहुंचने का आदेश दिया। एनएसजी से भी संपर्क किया गया।
9:10 बजे: सीएम योगी ने तमाम आला अधिकारियों की बैठक बुलाई।
9:20 बजे: एटीएस की टीम मौके पर पहुंची, घर को घेरा गया।
9:30 बजे: एटीएस की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
10:00 बजे: ड्रोन के जरिए घर के अंदर की तस्वीरें ली गईं।