सोने के सिक्के दिखाकर धोखाधड़ी लूट करने वाले कुख्यात अंतर्राज्यीय गैंग लीडर को गिरफ्तार किया
जप कुमार
इंदौर।एस.टी.एफ. इंदौर ने कीमती रत्न, सोने के सिक्के दिखाकर धोखाधड़ी लूट करने वाले कुख्यात अंतर्राज्यीय गैंग लीडर अपराधी को गिरफ्तार किया-
185 सोने के नकली सिक्के जब्त//
आरोपी का नाम- रंजीत उर्फ़ रंजिन पिता सरकस पारदी उम्र 30 वर्ष निवासी- बैजनपुर थाना सिवनी मालवा जिला होशंगाबाद ।
जप्त सामग्री – 185 सोने के नकली सिक्के ।
पूर्व रिकॉर्ड - मारपीट धमकी गाली-गलोज के तीन प्रकरण 321/12, 96/13, 51/19 थाना सिवनी मालवा, तथा धोकाधडी, लूट सम्बन्धी एक प्रकरण , पेट्रोल पंप डकेती व अन्य कई प्रकरणों में संदेही । आरोपी के छः भाई 1 अरविन्द पारदी 45 वर्ष, 2 अरकिस पारदी 42 वर्ष, 3 प्रहलाद पारदी 40 वर्ष, 4 सरकिल पारदी 35 वर्ष , 5 अरतिस पारदी 28 वर्ष, 6 आनन्द पारदी 26 वर्ष, एवं पिता सरकस पारदी उम्र 65 वर्ष तथा चाचा 1 चुन्नीलाल 75 वर्ष, 2 नागदिलाल 70 वर्ष, निगरू, अर्जुन, अरबेसिंह, रमेश, दादा सारेसिंह परिवार के व्यक्तियों के विरुद्ध लगभग 20 प्रकरण मारपीट, लूट, चोरी तथा वन्यप्राणी अधिनियम आदि के पंजीबद्ध है । गिरफ्तार आरोपी के चाचा और संरक्षक अर्जुन पर भी पूर्व में चोरी एवं लूट के अपराध पंजीबद्ध है इसके आलावा दंप्रसं की धारा 110 के तहत भी कार्यवाही हो चुकी है ।
स्थानीय पुलिस इनके गाव में कार्यवाही नहीं कर पाती घने जंगल व दुर्गम स्थान का लाभ उठाकर वारदात करते एवं भाग जाते है । पूर्व में तमिलनाडू निवासी अरुल पिता संगन नागर उम्र 39 वर्ष ग्राम कोकई थाना आतुर सेलम से तीन मोबाईल फोन और बेग, बीस हजार की लूट अपराध क्रमांक 491/17 धारा 392 भादवि रमेश पारदी व आरोपी के परिवार के लोगो ने घटित किया था इसी प्रकार वर्ष 2012 में किशन नाथूराम यादव निवसी पमानेर से रत्न आदि के नाम से धोखाधड़ी, धमकी देने पर 420, 506 भादवि का अपराध अरवेसिंह (आरोपी का चाचा) एवं अन्य साथी के विरुध्द पंजीबद्ध हो चूका है, एवं इसके अलावा महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश व अन्य राज्यों के लोगो के साथ नागमणि, बेशकीमती रत्न सोने के सिक्के आदि का प्रलोभन देकर धोकाधडी व लुट की वारदात कर चुके है
अभियुक्तों का अपराध क्षेत्र – इंदौर, टिमरनी, ढेकना, पगदाल, सिवनी मालवा, बेतुल रोड, झिरियाडोह रोड, सतपुड़ा टाइगर रिज़र्व फारेस्ट, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश का वन क्षेत्र व जंगल की और जाने वाली सुनसान रोड ।
सह अभियुक्त – 1. विजय उर्फ़ छोटू पिता कमल हलवाई कोटवार उम्र 30 वर्ष नि० झिरियाडोह, 2. गुलाब उम्र 35 वर्ष नि० झिरियाडोह 3. अन्य साथी
सराहनीय कार्य करने वाली एस.टी.एफ. टीम - निरीक्षक एम.ए. सैयद, हेड कांस्टेबल श्रीकृष्ण बोर्डे आरक्षक विनोद यादव, विराट यादव, हेमंत वर्मा, विकास भूरिया, आरक्षक चालक देवेन्द्र।
विवरण
डॉ. अशोक अवस्थी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एस.टी.एफ. म.प्र. ने समस्त पुलिस अधीक्षक एवं एसटीएफ के अधिकारियों कर्मचारियों को फरार कुख्यात आरोपियों की सूचना संकलन एवं कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था।
पुलिस अधीक्षक एस टी एफ इंदौर श्री पद्मविलोचन शुक्ल ने बताया की एस टी एफ इंदौर के निरीक्षक एम.ए.सैयद,प्र. आ. श्रीकृष्ण को सूत्र द्वारा सोने के नकली सिक्के की धोकाधडी छोटू, रंजीत, गुलाब के द्वारा किये जाने की जानकारी प्राप्त हुई जिससे पुलिस अधीक्षक एस.टी.एफ. इंदौर को अवगत कराया गया पुलिस अधीक्षक एस.टी.एफ. इंदौर ने निरीक्षक एम.ए.सैयद व टीम को सोने के नकली सिक्के की धोकाधडी सम्बन्धी कार्यवाही के निर्देश दिये।
निरीक्षक एम.ए.सैयद द्वारा प्रधान आरक्षक श्रीकृष्ण की ग्राहक रूप में बातचीत आरोपियों से कराई एवं तकनिकी जाँच की गई, मुखबिर लगाये गए एस.टी.एफ.इंदौर के निरीक्षक एम.ए. सैयद के नेतृत्व में टीम को रवाना किया गया । एसटीएफ पुलिस की टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए हिकमतअमली से प्रायवेट वाहन से रवाना होकर घने एवं संवेदनशील जंगल झिरियाडोह (टिमरनी बेतुल रोड) से अंदरूनी रोड से जंगल की और गई जहा निर्धारित स्थान पर 03 व्यक्ति खड़े थे जिनसे प्रधान आरक्षक श्रीकृष्ण एवं आरक्षक विनोद यादव ने सोने के सिक्के के लिए बातचीत की तो उनमे से एक व्यक्ति ने एक सिक्का दिखाया जो उसने तुरंत वापस ले लिया फिर दुसरे व्यक्ति ने बहुत से सिक्के दिखाए तो प्रधान आरक्षक श्रीकृष्ण के इशारे पर निरीक्षक एम.ए. सैयद , आरक्षक विराट यादव, आरक्षक हेमंत वर्मा के साथ दोड़कर उसके पास गए उनको आता देख 02 आरोपी भागने में सफल रहे जहा मुख्य आरोपी व्यक्ति को बड़ी मशक्कत से पकड़ लिया और 02 आरोपी जो भागे थे, थोड़ी दूर जाकर जोर जोर से चिल्ला कर एसटी एफ टीम पर स्थानीय लोगो को हमले के लिए उकसा रहे थे टीम के सदस्य उन्हें ललकार कर पकड़ने के लिए दोड़े तो दोनों आरोपी व उनके साथी दुरी व जंगल का लाभ उठाकर भाग निकले जिनकी तलाश झिरियाडोह ग्राम व आसपास के क्षेत्रो में की गई परन्तु आरोपी नहीं मिले। एस टी एफ टीम ने उक्त बदमाश को बड़ी सूझ बुझ हिकमतअमली एवं दुर्गम स्थान पर जाकर घेराबन्धी कर पकड़ा आरोपी द्वारा पकड़ते समय अत्यधिक प्रतिरोध व प्रधान आरक्षक श्रीकृष्ण और आरक्षक विनोद के साथ झुमझाटकी की परन्तु पूरी टीम ने मिलकर उसको काबू में कर लिया और जल्दी से गाड़ी में अभिरक्षा में लेकर उससे 110 सोने के नकली सिक्के जब्त किये । पूछताछ करने पर उसने अपने अपराध होना स्वीकार किया । एस.टी.एफ. इंदौर द्वारा उक्त कार्यवाही के बाद गिरफ्तार आरोपी को अग्रिम कार्यवाही हेतु इंदौर लेकर आये जिससे अन्य प्रकरणों में पूछताछ व कार्यवाही चल रही है आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलाकर अंकित बोरकर निवासी न्यू देवास रोड इंदौर के साथ सोने के 75 नकली सिक्के देकर धोखाधडी की थी जिसपर अपराध क्रमांक 22/19 धारा 420,34 भादवि एस टी एफ थाना भोपाल में पंजीबद्ध किया गया है । यह भी जानकारी मिली है की आरोपी द्वारा जगदीश गुर्जर निवासी राऊ इंदौर और मुकेश वर्मा निवासी जुनी इंदौर को असली सिक्का दिखाकर नकली सोने के सिक्के देने के लिए सिवनी मालवा, टिमरनी बेतुल रोड पर बुलाया गया था उपरोक्त पीडितो को बुलाकर कर पूछताछ की जाकर उचित कार्यवाही की जा रही है।